🌀टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम रायगढ़ डिज्नीलैंड मीना बाजार के संचालक चुनचुन सिन्हा ने रायगढ़वासियों से मिले अथाह प्यार,सहयोग की वजह से चुन चुन सिन्हा ने मनोरंजन बनाए रखने की खातिर मीना बाजार के बाद सर्कस के द्वारा भरपूर मनोरंजन करने के लिए “जैमिनी सर्कस” लाया ला रहा है। इस सर्कस में युवतियों एवम युवकों के द्वारा जान हथेली पर रखकर रस्सियो के सहारे हैरतअंगेज करतब दिखलाकर दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर देंगे.
बहुत गरीब होते हैं सर्कस के कलाकार रंग-बिरंगे, चमकीले, भड़कीले,वस्त्र पहनकर करतब दिखलाने वाले कलाकार निजी जीवन में बहुत गरीब होते हैं। जो पापी पेट की खातिर जान हथेली पर रखकर दर्शकों का मनोरंजन करते हैं. खानाबदोशो की तरह जीवन जीने वाले सर्कस के लोगों का कोई स्थाई निवास नहीं होता है। ये लोग अपने परिवार का भरण पोषण के लिए कभी भी एक जगह पर नहीं टिकते हैं। कभी इस शहर को कभी उस शहर में इन लोगों का आने जाने में ही पूरा जीवन गुजर जाया करता है.
शोमैन राज कपूर ने मेरा नाम जोकर फिल्म के द्वारा सर्कस की हकीकत कई दशक पहले ही दर्शकों के सामने ला दी थी. सर्कस में जोकर दर्शकों का मन बहलाया करता है और अंदर ही अंदर वह कितना मजबूर हुआ करता है इसका भावुकता पूर्ण चित्रांकन फिल्म में किया गया है. जोकर के द्वारा तीन सुंदर-सुंदर कन्याओं से अलग-अलग समय पर प्रेम किया जाता है परंतु वे कन्याएं अपने भविष्य की खातिर जोकर को अकेला छोड़ जाया करती है. “जीना यहां मरना यहां इसके सिवा जाना कहां जी चाहे जब हमको आवाज दो हमसे वही हम हैं जहां”, कल खेल में हम हो ना हो, गर्दिश में तारे रहेंगे सदा, भूलोगे तुम भूलेंगे वे, पर हम तुम्हारे रहेंगे सदा”।
मीना बाजार संचालक चुनचुन चिन्ना ने शहर वासियों के दिलों पर ऐसी छाप छोड़ रही है की पूर्व में आने वाले कमाल का कमाल दिखलाने की पूरी तमन्ना अधूरी रह गई है. कमाल और तमन्ना के खासम लोगों को यह एहसास बिल्कुल भी नहीं था कि चुन-चुन के द्वारा नहले पर दहला डाल दिया जाएगा. साथ ही चुनचुन का नाम आने वाली पीढ़ियों की जुबान पर चढ़ जाएगा. चुन चुन ने कमाल और तमन्ना का ऐसा बैकअप कर दिया कि वे अब रायगढ़ आने से पहले 100 बार सोचेंगे. क्योंकि मीना बाजार को कितना महंगा कर दिया गया है की कोई भी उससे प्रतिस्पर्धा करने में आगे नहीं आ सकेगा.