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🏹टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤न्यूज रायगढ़… सट्टे का सबसे बड़ा खेल इंडियन प्रीमियर लीग मैच यानि कि (आईपीएल) शुरू होने पर सटोरियों से ज्यादा पुलिस वालों के दिलों में लड्डू फूटने लगे थे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रत्येक थानों में निश्चित रकम का सौदा कर बड़े खाई वालों के द्वारा क्रिकेट में सट्टा खिलवाया जाता है और प्रतिदिन लाखों रुपए का वारा न्यारा किया जाता है. पुलिस के द्वारा अपने चहेते सटोरियों को पुलिस कप्तान के कड़क होने का वास्ता देकर रायगढ़ से बाहर राउरकेला,कोलकाता,नागपुर आदि स्थानो पर जाकर बड़ी होटल के कमरों में बैठकर अपने कर्मचारियों के द्वारा सट्टे का व्यवसाय बेफिक्र होकर करने को कहकर रायगढ़ एवं छत्तीसगढ़ से बाहर जाकर धंधा संचालित करने का उपाय बताया जाता है. जिस वजह से नामचीन सटोरिए आईपीएल सीजन तक बाहर रहते हैं और आने के बाद छत्रछाया प्रदान करने वाले पुलिस अधिकारियों की नगदी रकम, स्वर्ण आभूषण, हीरे जड़ित आभूषण, महंगे इलेक्ट्रॉनिक सामान आदि देकर आशीर्वाद बनाए रखने का वचन लेते हैं.
खोदा पहाड़ निकली चुहिया… कल देर रात से ही क्रिकेट सट्टा पकड़े जाने का समाचार वायरल होने लगा था. सट्टा व्यवसाय से जुड़े लोगों को लग रहा था कि शायद पुलिस के द्वारा मगरमच्छों को पकड़ लिया गया है एवं उनसे लाखों रुपए नगदी की जप्ति,एवं करोड़ों रुपए के सट्टे हिसाब किताब जप्त किया गया होगा. मगर जब मामले का खुलासा हुआ तो एक भी मगरमच्छ पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया. पुलिस के द्वारा छोटे-छोटे सटोरियों पट्टी बाजो को पड़कर वार्षिक मार्च एंडिंग दिखला दी गई. सूत्रों ने बतलाया कि पुलिस के द्वारा बड़े सटोरियों के भाई, बंधु को गिरफ्तार कर टीवी लैपटॉप मोबाइल सट्टा पट्टी डॉट पेन आदि की जप्ति मीडिया के सामने पेश कर दी गई. सूत्रों ने बतलाया कि एक सटोरिया के घर जाने पर वहां पर उपस्थित दो महिलाओं के द्वारा महिला पुलिस कर्मियों पर हमला बोलते हुए मारपीट तक कर दी गई. जिसे पुलिस के द्वारा दबा दिया गया जो की बहुत ही शर्मनाक कार्य है. पुलिस के द्वारा हमलावर महिलाओं के ऊपर किसी भी किस्म की कार्रवाई न करना भविष्य के लिए खतरनाक हो सकता है.