टूटी कलम रायगढ़ जिले का बहुचर्चित, विश्वसनीय, पाठको की पहली पसंद नंबर वन के पायदान पर न्यूज वेब पोर्टल “टूटी कलम” अपनी लोकप्रियता की वजह से छत्तीसगढ़ स्तर पर जाना पहचाना जाने लगा है. संपादक निडर,निष्पक्ष,निर्भीक, बेबाक,बेखौफ, असलियत से नाता रखने वाला, लेखक, चिंतक, विचारक, विश्लेषक, व्यंग्यकार,स्तंभकार,कलमकार, माता सरस्वती का उपासक, लेखनी का धनी, कलम का मास्टरमाइंड चंद्रकांत (टिल्लू) शर्मा रायगढ़ छत्तीसगढ़ 83192 93002…. जिला ब्यूरो चीफ राष्ट्रीय अखबार दैनिक जन जागरण संदेश
🏹टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤न्यूज़ रायगढ़ छत्तीसगढ़….. देश में लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर शुभ विवाह शुरू हो चुकी है विदित रहे की अभी भी मंत्रिमंडल में एक मंत्री की कुर्सी खाली है. जिसका प्रभार मुख्यमंत्री के पास है. वही वही रायपुर लोकसभा से बृजमोहन अग्रवाल की जीत तय मानी जा रही है. इस हिसाब से बृजमोहन अग्रवाल को विधायक पद छोड़कर सांसद पद ग्रहण करना होगा और केंद्र की राजनीति में सक्रिय होना पड़ेगा. इसलिए राज्य के मंत्रिमंडल में विस्तार किया जाना होगा.दो मंत्री पद के लिए अनेक नामों पर प्रदेश भाजपा के द्वारा विचार विमर्श किया जा रहा है.मंत्री पद के लिए अजय चंद्राकर,अमर अग्रवाल,राजेश मूणत,रेणुका सिंह,के नामो पर चर्चा चल रही है.पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह का नाम भी वैकल्पिक रूप में चल रहा है.मगर भाजपा आलाकमान के द्वारा गृह मंत्री अमित शाह के अत्यंत करीबी प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी की पसंद को तवज्जो दी जाएगी. ओपी चौधरी ने सधी हुई राजनीति करते हुए मुख्यमंत्री पद के दावेदार बृजमोहन अग्रवाल को सांसद का चुनाव लड़वाकर प्रदेश की राजनीति से दूर कर दिया. बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद ओपी चौधरी के मुख्यमंत्री बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया है.
ओ पी का ड्रीम पूरा होने वाला है… सन 2018 में खरसिया से चुनाव लड़कर ओपी चौधरी का नाम पूरे प्रदेश में जाना पहचाना जाने लगा है. भले ही वे कांग्रेस के कद्दावर नेता मंत्री उमेश पटेल से चुनाव हार गए. मगर 2023 के चुनाव में रायगढ़ विधानसभा से ऐतिहासिक मतों से चुनाव जीत कर रायगढ़ की राजनीति के समीकरण बदल कर रख दिए. अग्रवाल, मारवाड़ी की परंपरागत सीट माने जाने वाले रायगढ़ विधानसभा से ओ पी ने जीत का परचम फहराते हुए. भाजपा की जिला राजनीति के समीकरण बदल दिए. रायगढ़ विधानसभा ओपी चौधरी की परंपरागत सेट हो चुकी है. आगामी 10 वर्षों तक ओ पी के नाम के आगे किसी के भी नाम का सिक्का नहीं चलेगा.अग्रवाल मरवाडियों के हाथ से रायगढ़ विधानसभा सीट छीनी जा चुकी है. कांग्रेस के पास किसी भी वर्ग का कोई भी नाम नहीं है. जो भविष्य में भी ओपी चौधरी को टक्कर दे सके. ओपी चौधरी छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री बनने का सपना लेकर भाजपा में आए थे और संयोग से कांग्रेस की सरकार 5 साल बाद सत्ता से उतर गई और प्रदेश में भाजपा की सरकार बन गई. विधानसभा चुनाव के समय देश के गृह मंत्री अमित शाह ने आम जनता से कहा था कि आप लोग ओ पी चौधरी को चुनाव जितवाओ मैं इन्हें बड़ा आदमी बना दूंगा. ओपी चौधरी इतने बंपर बोट से चुनाव जीते जिसकी कल्पना शायद ही किसी ने की होगी. अमित शाह ने अपना वादा पूरा किया और ओ पी चौधरी को प्रदेश के खजाने की चाबी सौंपते हुए वित्त आवास परियोजना विभाग का मंत्री पद दे दिया. ओपी चौधरी ने अपने राजनीतिक गुरु के कहने पर सबसे बड़े रोड़ा बृजमोहन अग्रवाल को प्रदेश की राजनीति से दूर कर दिया और अपने मुख्यमंत्री बनने का मार्ग प्रशस्त कर लिया. लोकसभा चुनाव के दिन प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आंय, बांए, सांय मैं सभी मतदाताओं को विनम्र श्रद्धांजलि देता हूं वाला बयान देकर पूरे प्रदेश में सनसनी पैदा कर दी. जिसका फायदा ओपी चौधरी के द्वारा निश्चित रूप से उठाया जाएगा और हो सकता है कि लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भाजपा आला कमान के द्वारा मुख्यमंत्री बदलकर ओ पी चौधरी की मुख्यमंत्री पद के रूप में ताजपोशी कर दी जाए.