टूटी कलम रायगढ़ जिले का बहुचर्चित, विश्वसनीय, पाठको की पहली पसंद नंबर वन के पायदान पर न्यूज वेब पोर्टल “टूटी कलम” अपनी लोकप्रियता की वजह से छत्तीसगढ़ स्तर पर जाना पहचाना जाने लगा है. संपादक निडर,निष्पक्ष,निर्भीक, बेबाक,बेखौफ, असलियत से नाता रखने वाला, लेखक, चिंतक, विचारक, विश्लेषक, व्यंग्यकार,स्तंभकार,कलमकार, माता सरस्वती का उपासक, लेखनी का धनी, कलम का मास्टरमाइंड चंद्रकांत (टिल्लू) शर्मा रायगढ़ छत्तीसगढ़ 83192 93002…. जिला ब्यूरो चीफ राष्ट्रीय अखबार दैनिक जन जागरण संदेश
🏹टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤न्यूज रायगढ़ छत्तीसगढ़…..
वित ,आवास,परियोजना, सांख्यिकी मंत्री “ओ पी चौधरी” ने आज जारी हुए दसवीं और बारहवीं बोर्ड के परीक्षा परिणाम पर सभी उत्तीर्ण विद्यार्थियों को अपनी बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। उन्होंने दसवीं की टॉपर छात्रा सिमरन शब्बा और बारहवीं की टॉपर छात्रा महक अग्रवाल को बधाई देते हुए उनकी उज्ज्वल भविष्य की कामना की। ओ पी ने असफल विद्यार्थियों से निराश नहीं होने, निरंतर मेहनत करते रहने की बात कही।
अपने सोशल मीडिया हैंडल X में बधाई संदेश में उन्होंने लिखा है कि – शाबाश बेटियों। दसवीं-बारहवीं की बोर्ड परीक्षा में प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली बिटिया सिमरन शब्बा और महक अग्रवाल को बहुत-बहुत बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं।
परीक्षा में उत्तीर्ण सभी बच्चों, अभिभावकगण एवं शिक्षकों को मेरी शुभकामनाएं और जिन बच्चों के परिणाम उम्मीद के मुताबिक नहीं आए उनको निराश नहीं होना है। निरंतर मेहनत करते रहें, भविष्य में और बेहतर करने के कई मौके मिलेंगे। एक दिन सफलता जरूर आपके कदम चूमेगी।
गौरतलब है कि आज छत्तीसगढ़ में माध्यमिक शिक्षा मंडल ने दसवीं और बारहवीं बोर्ड के परीक्षा परिणाम घोषित किये। जिसमें दसवीं में क्रमशः जशपुर की सिमरन शब्बा, गरियाबंद की मोनिशा और जशपुर के ही श्रेयांश यादव टॉप थ्री में रहे। वहीं बारहवीं में क्रमशः महासमुंद की महक अग्रवाल, बलौदाबाजार की कोपल अम्बष्ट और जशपुर की आयुषी गुप्ता व बलौदाबाजार की प्रीति टॉप थ्री में रहीं। दसवीं का परीक्षा परिणाम 75.61 प्रतिशत और बारहवीं का परीक्षा परिणाम 80.74 प्रतिशत रहा। चौधरी ने कहा कि पढ़ाई को कंपटीशन समझकर पढ़ना चाहिए और आयोजित प्रतियोगिता परीक्षाओं में अवश्य भाग लेना चाहिए. ओपी चौधरी है मेरिट होल्डर बच्चों से फोन पर बातें करी उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी. जब उन्होंने बच्चों से पूछा कि वह क्या बनना चाहते हैं तो बच्चों का एक ही जवाब मिला कि वे भविष्य में कलेक्टर बनकर जन सेवा करना चाहते हैं.