टूटी कलम रायगढ़ जिले का बहुचर्चित, विश्वसनीय, पाठको की पहली पसंद नंबर वन के पायदान पर न्यूज वेब पोर्टल “टूटी कलम” अपनी लोकप्रियता की वजह से छत्तीसगढ़ स्तर पर जाना पहचाना जाने लगा है. संपादक निडर,निष्पक्ष,निर्भीक, बेबाक,बेखौफ, असलियत से नाता रखने वाला, लेखक, चिंतक, विचारक, विश्लेषक, व्यंग्यकार,स्तंभकार,कलमकार, माता सरस्वती का उपासक, लेखनी का धनी, कलम का मास्टरमाइंड चंद्रकांत (टिल्लू) शर्मा रायगढ़ छत्तीसगढ़ 83192 93002…. जिला ब्यूरो चीफ राष्ट्रीय अखबार दैनिक जन जागरण संदेश
🏹टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कल 🎤न्यूज रायगढ़ छत्तीसगढ़…. गत 2 मई को वन विभाग के कर्मचारियों के द्वारा रायगढ़ शहर के कोतरा रोड क्षेत्र में सागर सिलाई मशीन के आवास से 5 फीट लंबे तेंदुए की ताजी खाल बरामद की गई थी. इसके अतिरिक्त पिस्टल एवं खाली खोखा कारतूस का बरामद किया गया था एवं अन्य संदेहास्पद वस्तुएं भी जप्त की गई थी. वन विभाग की छापामार कार्रवाई के दौरान यह मालूम हुआ कि उक्त मकान का मालिक आकाश वर्मा नाम का कोई व्यक्ति है जो उस समय मौके पर मौजूद नहीं था बतलाया जा रहा है. घर पर आकाश के माता-पिता मौजूद थे. तलाशी के शुरुआती दौर में कुछ प्राप्त नहीं हुआ तब टीम ने घर के टॉयलेट का निरीक्षण किया तो उपर टांड़ पर कई कार्टून रखे मिले जिसकी जांच करने पर उसके अंदर से तेंदुए की खाल बरामद हुई थी. वन मंडल के द्वारा पंचनामा आदि तैयार कर वस्तुओं की जप्ति करते हुए आरोपी की गिरफ्तारी हेतु दो लोगों की तैनाती किया जाना भी बतलाया गया. मगर धीरे-धीरे करके मामला ठंडा पड़ता गया और मीडिया सुस्त होती गई. इसलिए गंभीर मामला दबता चला गया. जब हमने वन मंडल की रेंजर ललिता पटेल से मामले की जानकारी चाहिए तब उन्होंने बताया कि आरोपी आकाश वर्मा की लोकेशन दिल्ली है. अब सवाल यह उठता है कि जब आरोपी की लोकेशन मालूम हो चुकी है तो उसकी गिरफ्तारी करने में क्या आड़े आ रहा है. यदि उक्त मामले को वन मंडल सुलझाने में अक्षम है तो साइबर सेल एवं रायगढ़ पुलिस की मदद ली जा सकती है. अगर इतने बड़े मामले में कोई कमजोर व्यक्ति रहता तो वह अभी तक जेल की सलाखों के पीछे होता, मगर न जाने क्यों इतना संगीत मामला होने के बावजूद वन विभाग चुप्पी साधे बैठा है. शायद वन विभाग को यह उम्मीद है कि आरोपी खुद चलकर उनके पास आएगा और अपनी अग्रिम जमानत की कागजात दिखलाकर मुंह चिढ़ाते हुए फिर से अपने काम में लग जाएगा. तेंदुए की खाल के मामले को लेकर वन विभाग गंभीर क्यों नहीं है. वन्य जीव प्राणी अधिनियम कि सरासर धज्जियां उड़ती रायगढ़ में देखी जा सकती है. शहर में दबी जुबान से यह चर्चा है कि वन विभाग के अधिकारियों के द्वारा आरोपी से लंबी सेटिंग कर ली गई है. मामला कितने में तय हुआ यह जानकारी सामने नहीं आई है. मगर हुआ बहुत बड़ा खेल है इसमें कोई शक सुबह नहीं है. छत्तीसगढ़ के वन मंत्री केदार कश्यप को इस मामले की ओर गंभीरता से संज्ञान लेना चाहिए और पूरे मामले का खुलासा करवाना चाहिए. रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी को भी उक्त मामले में रुचि लेनी चाहिए.