🔱टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤 न्यूज 🌍 रायगढ़ छत्तीसगढ़ 🏹.. करोड़ों रुपए की नगदी ठगी करने का अंतराजीय ठग रंजीत कुमार चौहान को उसकी बुरी आदतों की वजह से रायगढ़ जिला जेल में एक अलग कमरे में बंद करके रखा गया था. यदि उसे महिला बंदियों की बैरक में रखा जाता या पुरुष बंदी की बैरक में रखा जाता तो उसे जान का खतरा उत्पन्न हो सकता था. दोनों ही बैरकों में बंद कैदियों को खुश करना असंभव था.डाक्टरी परीक्षण एवं आधार कार्ड में रंजीत पुरुष लिंग स्पष्ट था. इसलिए उसे अन्य जेल में शिफ्ट करने से पहले जेल में रहने की आदत डाली गई और बुरी आदतों से मुक्त रखा गया. जब इन आदतों में थोड़ा सुधार हुआ तो उसे दिनांक 01 जून को बिलासपुर जेल भेज दिया गया. रायगढ़ जेल में रंजीत से मिलने वाले अल सुबह ही नाश्ता, पानी, खाना आदि लेकर पहुंच जाया करते थे. मगर जेलर शोभा रानी के अनुशासन प्रियता की वजह से कोई भी सामान रंजीत तक नहीं पहुंचाया जाता था. जेल के स्पष्ट निर्देश थे कि रंजीत को केवल टमाटर प्याज धनिया पत्ती ही पहुंचाई जाए एवं नाश्ता एवं खाना जेल का ही दिया जाए. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रंजीत के द्वारा ठगी की रकम से मोटी रकम जेल के अधिकारियों कर्मचारियों को देने का प्रलोभन दिया गया था. जिसे अस्वीकार कर दिया गया था.
सुप्रीम कोर्ट पहुंचे रंजीत के जीजा.. विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रंजीत को जेल में बंद होने की सबसे ज्यादा पीड़ा उसके जीजाओं को हो रही है. उन्हें यह डर सता रहा है कि कहीं रंजीत पुलिस के सामने उनका नाम भी ठगी के मामले में शामिल होने का ना कर दे. सूत्रों ने बताया कि उसके जीजाओं के द्वारा सुप्रीम कोर्ट दिल्ली तक की दौड़ लगाकर अग्रिम जमानत करवाने का प्रयास किया जा रहा है. ठगी के बड़े खेल में उसके जीजाओं का हाथ होना कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी. उसके जीजाओं के द्वारा रायगढ़ जेल में भी अपने आदमी भेज कर रंजीत का हाल-चाल बराबर लिया जा रहा था. मगर यह सच है कि अपराध कभी छुपता नहीं है. एक न एक दिन रंजीत के जीजाओं का नाम भी मीडिया की प्रमुख हेडलाइंस में रहेगा.









