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हिला देने वाली चोरी! CCTV में दिखा सिर्फ एक दुबला चोर, लेकिन पुलिस ने पकड़ लिए चार मजदूर – क्या ये न्याय है या जल्दबाज़ी?
श्याम मंदिर में लाखों की चोरी, चोर की बनावट से मेल नहीं खाते पकड़े गए मजदूर; मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस जांच पर उठे कई गंभीर सवाल
🔱टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम न्यूज 🌍 रायगढ़ छत्तीसगढ़ 🏹 रायगढ़ के श्याम मंदिर में हुई लाखों की चोरी अब सस्पेंस थ्रिलर बनती जा रही है। घटना की रात CCTV कैमरे में एक दुबला-पतला युवक चोरी करते हुए कैद हुआ, लेकिन पुलिस ने चार अलग-अलग मजदूरी करने वाले लोगों को गिरफ्तार कर लिया। सवाल यह उठ रहा है कि जब वीडियो में सिर्फ एक शख्स नजर आया, तो चार लोगों को क्यों पकड़ा गया?
CCTV में दिखा एक, पकड़े गए चार
मंदिर प्रबंधन द्वारा दिए गए CCTV फुटेज में रात 1 बजे के आसपास एक युवक मंदिर की बाउंड्री फांदते हुए अंदर घुसता है। वह श्याम दरबार के गेट की कुंडी और मुख्य गेट का ताला आसानी से तोड़ता नजर आता है। चौंकाने वाली बात यह है कि यह युवक न तो किसी हड़बड़ी में है और न ही घबराया हुआ।
पुलिस ने डॉग स्क्वॉड की मदद से चार मजदूरों को हिरासत में लिया, लेकिन उनकी कद-काठी, चाल-ढाल और हाव-भाव CCTV में दिखे चोर से बिल्कुल मेल नहीं खाते।
क्या मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था खुद चोर को न्योता दे रही थी?
घटना के बाद सबसे बड़ा सवाल यही उठता है —
• मंदिर में सुरक्षा गार्ड क्यों नहीं था?
• मुख्य गेट पर इतनी कमजोर कुंडी और ताले क्यों?
• मंदिर के आसपास CCTV कैमरे क्यों नहीं लगाए गए?
• चोरी हुए गहनों और नकदी का सटीक वजन व बिल क्या पुलिस को सौंपा गया?
मंदिर जैसी संवेदनशील जगह पर यह लापरवाही न केवल चौंकाती है बल्कि सवालों की झड़ी भी लगाती है।
क्या अंदरूनी व्यक्ति की भूमिका से इनकार किया जा सकता है?
जानकारी के मुताबिक, कुछ महीने पहले मंदिर में सजावट का काम हुआ था। चोर ने जिस सहजता से ताले तोड़े और सामान समेटा, उससे शक गहराता है कि कहीं उसे पहले से मंदिर परिसर की पूरी जानकारी तो नहीं थी?
इस संभावना को नकारा नहीं जा सकता कि वह सजावट कार्य से जुड़ा व्यक्ति या कोई जान-पहचान वाला हो।
चोरी के बाद चोर कहां गया? रहस्य बरकरार
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, चोरी के बाद चोर को मीना बाजार इलाके में देखा गया। वहां उसने बांस-बल्ली गाड़ने जैसा काम करते हुए खुद को सामान्य दिखाने की कोशिश की। इसके बाद अनुमान है कि वह केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड से किसी बस में सवार होकर फरार हो गया।
मजदूरों की गिरफ्तारी से बढ़ा जनाक्रोश
शहर के नागरिकों और समाजसेवियों का कहना है कि पुलिस ने केवल डॉग स्क्वॉड के इशारे पर गरीब मजदूरों को पकड़ लिया, जबकि वास्तविक आरोपी CCTV में स्पष्ट नजर आ रहा है। ऐसे में बिना पुख्ता सबूत के इन निर्दोषों की गिरफ्तारी पुलिस की जल्दबाज़ी को दिखाती है।
मंदिर में चोरी नहीं, सिस्टम की नाकामी उजागर हुई है
यह घटना सिर्फ चोरी की नहीं, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था की नाकामी, पुलिस की विवेचना पर सवाल और मंदिर प्रशासन की लापरवाही का खुला उदाहरण है। जबतक असली चोर नहीं पकड़ा जाता, तबतक यह मामला रायगढ़ की जनता के लिए एक अनसुलझी और अन्यायपूर्ण कहानी बना रहेगा।
बरहाल रायगढ़ पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल की मॉनिटरिंग में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश मरकाम,नगर पुलिस अधीक्षक अनिल विश्वकर्मा,नगर कोतवाल सुखनंदन पटेल, कोतवाली पुलिस साइबर सेल की टीम इस चोरी का पर्दाफाश करने में अपनी पूरी ऊर्जा लगा दिए हैं. दिव्यांग पटेल के कार्यकाल में बड़ी से बड़ी घटना का खुलासा हो चुका है.