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🔱टिल्लू शर्मा ✍️टूटी कलम 🎤 न्यूज 🌍 रायगढ़ छत्तीसगढ़ 🏹…. 40वाँ चक्रधर समारोह उद्घाटन के दूसरे दिन ही दम तोड़ दिया. चक्रधर समारोह होना चाहिए और जरूर होना चाहिए इस बात पर बिफरने वाले चंद लोगों ने रामलीला मैदान में आकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाना उचित नहीं समझते. शहर में कत्थक, संगीत सिखाने के अनेक प्रशिक्षण केंद्र भी है. मगर इन स्थानों के कला गुरु एवं शिष्य भी चक्रधर समारोह में अपनी उपस्थिति देना उचित नहीं समझते हैं.
कलाकारों को अपने मेहनताने से मतलब होता है.. चांद पर दुनिया जा पहुंची है और रायगढ़ में अभी भी कुछ लोग 100 साल पीछे के सुर,ताल, छंद,अलंकार, राजा महाराजाओं के समय की टाइम पास करने वाली विधाओं को लेकर अपनी दुकानदारी चला रहे हैं. जबकि चक्रधर समारोह के कार्यक्रम की प्रस्तुति उनके भी पल्ले कुछ नहीं पड़ती होगी. कार्यक्रम में शिरकत करने आए कलाकारों को खाली पड़ी कुर्सियों से कोई मतलब नहीं होता है. वे अपनी बनावटी हंसी मुस्कुराहट के साथ प्रस्तुति देते हैं और अपना मोटा मेहनताना लेकर रायगढ़ वालों को मूर्ख समझ कर चल देते हैं. उनको मालूम रहता है कि उनकी प्रस्तुति में कुछ कमी होने पर पकड़ने वाला,समझने वाला कोई भी पारखी नहीं है. खाली पड़ी बेजान कुर्सियां ही उनकी प्रस्तुति को देख समझ रही है. स्थानीय विधायक एवं उनके चेले चपाटो की मंडली का कोई भी सदस्य कार्यक्रम स्थल में नहीं दिखता है. जिनका मकसद विधायक के आगे पीछे घूमना और शासकीय अधिकारियों कर्मचारियों पर अपना रुआब झाड़ना मात्र होता है.
चक्रधर समारोह की सफलता के कुछ टिप्स. 1. 10 दिवसीय कार्यक्रम को 3 दिवसीय कर देना चाहिए. 2. कार्यक्रम में भजन गायको, छत्तीसगढ़ी गायकों को स्थान देना चाहिए. 3. कलाकार चयन समिति से पुराने लोगों एवं राज परिवार के लोगों को दूर रखना चाहिए 4. कार्यक्रम रामलीला मैदान मे ना करवाकर निगम के आडिटोरियम में करवाना चाहिए. 5.सुआ नाच,पंथी नृत्य,पंडवानी, आदिवासी नृत्य, को बढ़ावा देना चाहिए. 6. फिल्मी दुनिया के एक दो सितारे अवश्य तोड़कर लाने चाहिए.7. कवि सम्मेलन में हरिओम पवार,सुरेंद्र शर्मा, अरुण जैमिनी,जैसे धाकड़ कवियों को बुलाना चाहिए. 8. यूपी,बिहार, मध्य प्रदेश के सुपरस्टार कलाकार गायक बुलाने चाहिए. 9. एक दिन कव्वाली का मुकाबला करवाना चाहिए. 10.