*कहते है बुलंद हौसलों से ही लिखी जाती है विकास गाथा*
*निगम आयुक्त कर दिखलाई हैरतअंगेज कार्यवाही*
*अकर्मण्यता के लगे दाग अब छटने लगे है*
रायगढ़—- जिस तरह से निगम आयुक्त की सरपरस्ती में जिला प्रशासन के साथ पुलिस विभाग एवं बेकार बैठे निगम कर्मचारियों को आज काम मे लगाया गया.उससे यह एहसास होने लगा कि अब शहर के विकास का पहिया तेजी से घूमेगा और निगम आयुक्त पर उठने वाली अंगुलिया स्वमेव नमस्ते की मुद्रा में आ जायेगी.बार बार चेतावनी देने के बावजूद एवं आयुक्त के नोटिस को कचरे के डब्बे में डालने वाले अतिक्रमणकारी व्यवसायियो पर अंततः आयुक्त ने अपनी भृकुटि तान ही ली.आज सुबह 9.30 बजे से अपनी सोची समझी तानाबाना बुनी गई योजना के अनुसार निगम प्रशासन अमले ने पूरे लाव लश्कर सहित अव्यवस्थित सब्जी मंडी संजय काम्प्लेक्स पर धावा बोल दिया साथ ही अनुविभागीय अधिकारी आशीष देवांगन एवं भारी पुलिस बल बुलवाकर किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने हेतु ठान कर बुलडोजरो को अपने काम मे लगवाकर धड़ाधड़ अवैध कब्जे ढहाने शुरू कर दिये गये. सबसे पहले पूरे बाजार की बिजली सप्लाई लाईन काट दी गई.लोगो के अतिक्रमण के अति का अंत करने का जो कार्य शुरू हुआ वह शाम 6 बजे तक चलता रहा.अब शेष कार्यवाही कल सुबह से फिर की जायेगी जिसमे शेष बचे अतिक्रमण,दुकानों के बाहर बरामदों को दुकान में मिलाकर दीवार उठाकर शटर लगाने वालों के कब्जे तोड़े जायेंगे. जो लोग दुकान बंद कर भागेंगे परंतु उनके अतिक्रमण नही बच पायेंगे. उनकी अनुपस्थिति में अतिक्रमण तोड़कर काउंटरों,आलमारियों जप्त कर पुलिस के सुपुर्दनामे में दे दिये जायेंगे.पसरो के नाम पर गोदाम बनाने वालों पर निगम इस बार सख्त कार्यवाही करके रहेगी ताकि आगामी कई सालों तक संजय काम्प्लेक्स के उद्धार की आवश्यकता ही न रहे.साथ ही संजय काम्प्लेक्स के पीछे अपनी व्यवथा पर रो रही सड़क के दिन भी फिर जायेंगे. जो कि गांधी प्रतिमा से श्याम मंदिर से निगम के मुख्य द्वार के पास निकलती है.इस सड़क के अस्तित्व में आ जाने से महात्मा गांधी मार्ग से यातायात दबाब निश्चित रूप से शून्य हो जायेगा.
