
🔴विधायक प्रकाश नायक की चंहुओर हो रही प्रशंसा🔴विधानसभा के शीतकालीन सत्र में उठाया एमएसपी की कारगुजारियों पर से पर्दा🔴संसदीय कार्यमंत्री रविन्द्र चौबे ने जांच का दिया आश्वासन🔴मामला जीवित पेड़ो की हत्या,जीवनदायनी केलो नदी के जल को प्रदूषित करने व धरती का सीना छलनी कर अवैध बोर खनन का🔴कई और संगीन कार्य किये एमएसपी उद्योग ने🔴

संसदीय कार्यमंत्री रवींद्र चौबे ने विधानसभा में एमएसपी स्टील एवं पॉवर लिमिटेड द्वारा की गई पेड़ों की अवैध कटाई सहित अन्य अनियमितताओं की जांच कराने की घोषणा की है। रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक ने विधानसभा में ध्यानाकर्षण के माध्यम से एमएसपी प्रबंधन द्वारा की जा रही अनियमितता, पेड़ों की अवैध कटाई का मामला उठाया था।
विधानसभा सत्र के दौरान विधायक प्रकाश नायक ने उक्त मामला उठाते हुए कहा था कि रायगढ़ के पूर्वांचल में स्थापित एमएसपी स्टील एवं पावर लिमि. द्वारा शासन-प्रशासन की मिली भगत से नियमों की खुलेआम धज्जियाँ उड़ाई जा रही है। ग्राम मनुवांपाली से जामगांव डीपापारा प्रधानमंत्री सड़क में भारी वाहनों के उपयोग से सड़क पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त होकर चलने लायक ही नही रहा है। एमएसपी स्टील के द्वारा ग्राम बलभद्रपुर चैक से बलभद्रपुर के लिये वन भूमि में मात्र 08 फीट चौड़ी सड़क को कम्पनी ने बड़ी गाडिय़ाँ ले जाने हेतु सड़क को कब्जा कर बिना अनुमति के 20 से 30 फीट वन विभाग के हजारों पेड़ों की बलि चढ़ाई गई है। उक्त कम्पनी के द्वारा शासकीय जमीन को बेजा कब्जा कर भारी वाहनों के आवाजाही हेतु सैकड़ों पेड़ों की बलि चढ़ाई गई है। कम्पनी द्वारा कारखाने के औद्योगिक अपशिष्ट जैसे फ्लाईएश, स्लेक, बेड मटेरियल्स, किलन डस्ट आदि को यत्र-तत्र फेंक दिया जा रहा है, जिसके कारण ग्रामीणों का चलना फिरना मुश्किल हो गया है। कम्पनी के किनारे से लगकर एक जिन्दा नाला बहती थी जिसे कम्पनी द्वारा बंद कर उसमें कारखाने का गन्दा पानी छोड़ा जा रहा है जो आगे जाकर नदी में मिलने से नदी का पानी उपयोग लायक नहीं रहा है। उक्त कम्पनी के भीतर नियम से अधिक डायामीटर के लगभग 75 ट्यूबवेल संचालित हैं, जिसमें से मात्र 25 की ही अनुमति प्राप्त है।
अनुबंध से अधिक मात्रा में पानी लेने की भी शिकायत
कंपनी के लिए जल की आपूर्ति हेतु मानकेश्वरी से बेलरिया मुख्य नदी में इंटकवेल बनाकर अनुबंध से अधिक मात्रा में पानी लिया जाता है, जिसके कारण नदी के नीचे पानी बहना ही बंद हो जाने से एक बहुत बड़े जनसंख्या को जलसंकट का सामना करना पड़ता है। बलभद्रपुर वेस्ट माल डम्पिंग क्षेत्र में 25 से 30 किसानों की निजी जमीन में जबरिया माल डम्प कर दिया जा रहा है, साथ ही उक्त जमीन को फर्जी रजिस्ट्री के आधार पर खरीदी की गई है जिसकी अपील भी किसानों द्वारा न्यायालय में की गई है। उक्त कम्पनी के द्वारा प्रभावित क्षेत्रों के लिए दिये जाने वाले सीएसआर की राशि भी वर्षों से जमा नहीं की जा रही है, ना ही जलकर की राशि सरकार के खाते में जमा की जा रही है।









