समाज को लेकर चिंतित एवं पक्ष धर अपनी लेखनी को समर्पित करने वाले बुजुर्ग परन्तु किशोर पत्रकार अनिल रतेरिया को सदैव महिलाओ के बीच खड़े रहने का पारितोषिक अंततः मिल ही गया। बहु समान महिलाओ को भाभी से सम्बोधित करने वाले मिलनसार अनिल पिछले 70 वर्षों से इस नेक कार्य मे लगे हुए है। जिधर दम उधर हम को जीवन का आदर्श मानने वाले रतेरिया को मार्निंग वाकिंग क्लब के अध्यक्ष ने अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की है एवं अगले महिला दिवस पर उनका सम्मान करने की बात भी कही है। हो.स.