टूटी कलम—- लगता है गर्मी की तपिश बढ़ने के साथ ही कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है। कारण चाहे जो भी हो परन्तु बदनाम प्रदेश की कांग्रेस सरकार ही हो रही है क्योंकि कोरोना को भुलाकर रोड़ सेफ्टी वर्ल्ड क्रिकेट टूर्नामेंट करवाना प्रदेश की जनता पर भारी पड़ गया और टूर्नामेंट की समाप्ति के पश्चात मुम्बई लौटे सचिन,यूसुफ पठान,बद्रीनाथ,आदि ने ट्वीट कर स्वयं को कोरोना पॉजिटिव बतलाकर। इस बात का एहसास करवा दिया था कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण बढ़ने से कोई नही रोक सकता। टूर्नामेंट के बाद मुख्यमंत्री अपने विश्वसनीय विधायको के साथ असम में होने वाले विधानसभा चुनावों में जा डटे। इधर बीजापुर में नक्सली हमला हो गया।तब मुख्यमंत्री को लौटना पड़ा मगर तब तक प्रदेश के हालात कोरोना संक्रमण के कारण बिगड़ चुके थे। स्वास्थ्य मंत्री टी एस बाबा के लाकडाउन करने की मांग को अनसुनी कर अपने अड़ियल रवैये को मुख्यमंत्री ने जग जाहिर कर दिया। जब हालात आउट ऑफ कंट्रोल हो गए तब लाकडाउन करने के अधिकार जिले के क्लेक्टरों को देकर अपना पल्ला झाड़ लिया। अंततः कई जिलों में लाकडाउन कर दिया गया। बाहर से आने जाने वालों की कांटेक्ट ट्रेसिंग,थर्मल स्क्रीनिग पर ध्यान नही दिया जा रहा है। जबकि मध्यप्रदेस के मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ से जाने वालों को प्रतिबंधित कर दिया गया है। जो आंकड़े आज मिले है वे काफी विचलित कर देने वाले है। अकेले रायपुर में 3300 नये मरीज मिले है और प्रदेश में आंकड़ा 10 हजार पार हो चुका है। रायपुर में 9 तारीख से 19 तारीख तक का लाकडाउन लगाया जायेगा परन्तु यह बीमारी से निपटने का स्थाई हल नही है। पहले की तरह एक जिले से दूसरे जिले आने जाने वालों पर कड़ाई से रोक लगाई जानी चाहिए। रेलवे स्टेशनों,बस स्टैंडो से वापस भेजा जाना चाहिए।
