टूटी कलम रायगढ़—- वर्षो से श्याम टाकीज चौक पर एक कोने में काबिज महात्मा गांधी की आदमकद भारी भरकम प्रतिमा आज अंततः हटा दी गई एवं अब इस प्रतिमा को पुलिस अधीक्षक कार्यालय की चारदीवारी के भीतर सड़क की ओर मुख कर ऊंचे प्लेटफार्म पर स्थापित किया जायेगा।जिससे समय समय पर लोग महात्मा को याद कर माल्यार्पण कर सकेंगे। साथ ही प्रतिमा की साफ सफाई भी एस पी कार्यालय में लगे बोर से की जा सकेगी। धरना,प्रदर्शन करने वालो को भी अब दरी बिछाकर बैठने में सहूलियत मिल सकेगी।
बढ़ता शहर सिकुड़ती सड़को को नया रूप देने कलेक्टर भीम सिंह एवं आयुक्त आशुतोष पांडेय के हौसले लाकडाउन में भी डिगे नही है। अमृत मिशन योजना,सड़को का डामरीकरण, पोल शिफ्टिंग, अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाने वाले दिनचर्या के कार्य सुचारू रूप से चल ही रहे है। जो अतिरिक्त आपातकालीन कार्य है कोरोना,लाकडाउन,खाद्यानों का वितरण,मेडिकल कालेज,कोविड सेंटरों, होम आइसुलेशन, कवारेंटीन सेंटरों, आक्सीजन,बिपप,फलो मीटर, टीकाकरण,नगर की साफ सफाई पर अतिरिक्त ऊर्जा,दिमाग खपाने का कार्य भीम सिंह इलेवन की टीम बखूबी से निर्वहन कर रही है।
मास्टर स्ट्रोक— गांधी जी की प्रतिमा हटाना जिला एवं निगम प्रशासन का एक मास्टर स्ट्रोक हो सकता है। प्रतिमा के धेरे के चारो तरफ सड़क पर व्यापार करने वालो की समस्या से निजात तो मिलेगी ही साथ ही यहीं से एक बनी बनाई सड़क अस्तित्व में भी आ जायेगी। टटरा दुकान की बगल से निकली सड़क सीधे श्याम मंदिर होते हुए पुराने शनि मंदिर के पास निकलेगी। जिससे शहर के बीच का यातायात दबाब लगभग खत्म हो जायेगा एवं संजय काम्प्लेक्स के किनारों पर किये गए लगभग 200 करोड़ रुपये की नजूल भूमि अतिक्रमण से मुक्त होगी। जिसे नीलामी कर प्रदेश सरकार का कोष भी भरा जा सकेगा।







