👀रिटायर्ड टीचर की जमापूंजी हड़पने वाला बैंक क्लर्क गिरफ्तार, धोखाधड़ी के अपराध में भेजा गया रिमांड पर👀कोतवाली टीआई मनीष नागर धोखाधड़ी के अपराधों में दिखा रहे गंभीरता, ठगी मामलों में लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी👀
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी नीतीश पर अपराध कायम न करने के लिए नीचे से ऊपर स्तर तक के भरपूर प्रयास कर दबाव डलवाये गये परन्तु पुलिस अधीक्षक ने सभी दबाव को दरकिनार कर थानेदार मनीष नागर को अपराध कायम करने के आदेश देकर जनता पर विश्वास बना लिया कि अपराधी कितना भी बड़ा रशुखदार एवं पहुंच वाला क्यो न हो,पुलिस अपना फर्ज ईमानदारी से निभाएगी। टूटी कलम समाचार

कोतवाली अन्तर्गत रिटायर्ड टीचर महेश प्रसाद चौहान के जीवनभर की कोरी कमाई और पेंशन राशि से जमा की गई 2 करोड़ रूपये से अधिक रूपयों को व्यापार में निवेश और बेरोजगार बेटे को नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाले आरोपित बैंक र्क्लक नितीश भट्टाचार्य को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है । जानकारी के अनुसार आवेदक महेश प्रसाद चौहान पिता सुंदरमणी देवगन उम्र 69 वर्ष निवास सतीगुड़ी चौक रायगढ़ अनावेदक नितीश भट्टाचार्य पिता दबोतोष भट्टाचार्य निवासी सत्तीगुडी चौक रायगढ़ के विरूद्ध व्यापार में रकम निवेश व लड़के की नौकरी एसईसीएल में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी संबंधी शिकायत पत्र वरिष्ठ अधिकारी को प्रेषित किया गया था। शिकायतकर्ता/आवेदक के अनुसार वह रिटायर्ड टीचर है, पत्नी भी टीचर है तथा परिवार के अन्य सदस्य भी नौकरी पर हैं । बैंक में लेनदेन के सिलसिले में आने जाने के दौरान *नागरिक सहकारी बैंक दरोगापारा के क्लर्क/कैशियर नितीश भट्टाचार्य* से जान परिचय हुआ । जिस वजह से नीतीश को उनको मिली रिटायर्टमेंट पर बड़ी धनराशि की जानकारी थी। जिस वजह से नीतीश ने तानाबाना बुनकर महेश चौहान से रुपयों को इन्वेस्टमेंट करने पर मोटी कमाई होने का लालच दिया । जिस पर महेश उसकी बातो ने आ जिस।एक ही मोहल्ले के होने के कारण नितीश भट्टाचार्य इसके घर आकर बैंक में FD करने से ज्यादा फायदा बिजनेश में निवेश करने पर होना बतलाता रहा और अपने परिचित के बड़े व्यापारियों के व्यापार में रूपये निवेश करने पर ज्यादा मुनाफा के चक्कर मे उसके झांसे में फंस गया। *वर्ष 2017 से अक्टूबर 2018 तक* महेश प्रसाद चौहान अपनी तथा परिवारवालों की 2 करोड़ 86 लाख 87 हजार रूपये व्यापार में निवेश किया । नितीश भट्टाचार्य निवेश रूपयों का लाभ राशि डिविडेंड लाभांश,ब्याज के रुप में कुछ नगद, कुछ सामान क्रय आनलाईल बैंक के माध्यम से दिया जो 90 लाख 77 हजार 4 सौ रुपये है । देकर विश्वास बना लिया। इसी बीच नितीश भट्टाचार्य ने महेश के बेटे की नौकरी SECL में इंजिनियर के पद पर नौकरी लगाने के नाम पर से बायोडाटा लिया एवं नौकरी लगाने के नाम से 11 लाख रुपये नगद ले लिया । परन्तु अब तक न तो नौकरी लगी और न ही रुपये वापस मिले । नितीश भट्टाचार्य अपने ही बैंक के भृत्य अजय सिंह राजपुत को भी अपनी जमानत पर 1 लाख 75 हजार रुपये महेश से उधार दिलवाया। आज तक वह रुपये भी वापस नही मिले और दोनों टाल मटोल कर रहें है । नितीश भट्टाचार्य अपनी बीमारी का बहाना बना कर घर में रहता है और उसके ठगी के शिकार लोग बैंक और घर के चक्कर लगाते रहते है । आवेदक के लिखित शिकायत पर अप.क्र. 1149/2021 धारा 42
0 भादवि दर्ज कर आरोपी *नितीश भट्टाचार्य पिता दबोतोष भट्टाचार्य उम्र 52 वर्ष निवासी सत्तीगुडी चौक इंदिरा गांधी स्कुल के पीछे थाना कोतवाली रायगढ़* को गिरफ्तार कर रिमांड भेजा गया है । टूटी कलम समाचार
इस बात का जिक्र करना यहां वाजिब होगा कि आरोपी को जेल भेज देने से रुपये वापस नही आ सकते। इसलिए पुलिस को चाहिए की आरोपी के नाम से समस्त चल अचल सम्पति की कुर्की करवाकर नीलामी करवाकर अनावेदक की हुई आर्थिक क्षतिपूर्ति की भरपाई करवाने का प्रयास करे। टूटी कलम समाचार