टूटी कलम समाचार.… पिछले तीन दिनों से मूर्ख एवँ अंजानो सी हरकत कर रही जिला पुलीस ने अपनी खूब किरकिरी जानबूझकर करवाई एवं ड्राइवर की गिरफ्तारी का बहाना जतलाकर हत्यारो को दिशाहीन कर अपनी संदिग्ध दिनचर्या में व्यस्त रहने को छोड़कर पूरा पूरा मौका दिया कि हत्यारे पुलिस के राडार में आ जाये और हुआ भी वही जो पुलिस चाह रही थी। हत्यारो आरोपियों के मोबाइल नम्बर ट्रेसिंग पर चल रहे थे। जिस वजह से पुख्ता प्रमाण एकत्रित किये जा सके। इस वारदात में किसी अत्यंत करीबी व्यक्ति का हाथ होने की 99% उम्मीद थी और हुआ भी वही आरोपी होगा । आरोपीयो एवँ सुपारी किलरो के मध्य हुई मोबाइल से हुई बातचीत उनके गले की फांस बन गई। टूटी कलम समाचार
टूटी कलम का अंदेशा था कि इस कांड में मित्तल परिवार का हाथ प्रत्यक्ष रूप से होना चाहिए क्योंकि गरीबी देखे लोग अचानक से करोड़ो रूपये देखकर बौरा से जाते है एवँ उनके मन मे यह धारणा बैठ जाती है कि सारे रुपये, जेवर,जमीन,जायदाद के मालिक वह इकलौते रह जाए। धीरे धीरे इस हत्याकांड की परतें खुलने लगी है परन्तु पुलिस की तरफ से अब तक आधिकारिक पुष्टि न किया जाना कहीं न कहीं मामला पारिवारिक पाया जाना चाहिए। टूटी कलम समाचार
हत्याकांड की वास्तविकता जानकर लोगो के पैरों तले जमीन सरक सकती है….. लैलूंगा में हुए दोहरे हत्याकांड का खुलासा होने पर लोगो की आंखे पथरा सकती है। लोग तीन गुलाम के सहारे ब्लाइंड खेल रहे है। मगर अभिषेक मीणा की टीम के हांथो में 3 बादशाह है। जिससे जितना असम्भव सा प्रतीत हो रहा है। हो सकता है कि पूर्ण प्रमाणित खुलासे के बाद प्रदेश के लोग दांतो तले अपनी अंगुलिया दबाकर थू थू न करने लग जाये ? टूटी कलम समाचार
गैलेंट्री अवार्डडेड प्राप्त पुलिस अधीक्षक ने बाउंसर फेक दी…जरूरी नही है कि अपराधी पुलिस को दिशाहीन कर बच्चों निकले,इस मामले में पुलिस ने हत्यारो को दिशा मुक्त कर मनमानी करने का पूरा अवसर देकर अपने जाल में फांस लिया। सबसे बड़ा क्लू यह रहा कि हत्यारो ने न कोई लूटपाट की और न ही कोई हिंसक रुख अपनाया जो पुलिस को जांच की दिशा देने के पर्याप्त थे लैलूंगा,घरघोडा, रायगढ़,खरसिया में प्रदर्शन को ठंडे पड़ने का इंतजार रायगढ़ पुलिस कर रही थी कि जिसके बाद पुलिस जबरदस्त विस्फोट कर कहलवा सके कि “हत्या करना पाप है पुलिस हमारी बाप है” । टूटी कलम समाचार