@टिल्लू शर्मा.टूटी कलम.com. एक तो कांग्रेसी मां-बेटे भूपेश बघेल के अतिरिक्त किसी को तवज्जो नही देते और दे भी तो क्यो दे। भूपेश से बढ़कर कोई कमाऊ सामने दिखलाई ही नही पड़ रहा है। नरवा,गरवा, घुरवा, बाड़ी, गौठान,धान खरीदी,चलित मेडिकल यूनिट,यूरिया खाद,गोबर खरीदी आदि भूपेश बघेल द्वारा घोषित दर्जनों योजनाओं का सीधा सीधा लाभ स्लम,गरीब,एवं ग्रामीणों को मिलने की वजह से 15 साल तक राज करने वाली भाजपा सरकार बैकफुट पर जा चुकी है एवं 2023 में होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा की स्थिति 2018 की अपेक्षा और बुरी हो सकती है। टूटी कलम विश्लेषण
3 साल में ढेर सारे मुद्दे मिलने के बाद भी भाजपाई विपक्ष की भूमिका निभाने में कांग्रेस सरकार को घेरने में असफल रही हो सकता है कि भाजपाई अपने काम धंधों,ठेके,परमिट के कारण हल्ला न बोल पा रहे होंगे। महज खानापूर्ति कर रहे होंगे वह भी भूपेश से पहले ही माफी मांगकर ,फिलहाल भाजपा के पास ऐसा कोई चेहरा नही दिख रहा कि जिसे मुख्यमंत्री बतलाकर वोट मांगे जा सकें। जो है वे भाजपा नियमानुसार अंडर ऐज में आ रहे है। टूटी कलम विश्लेषण
152% का लाभ भाजपाइयों ने उठाया..मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कुशाग्र बुद्धि से 15 साल में धन बंटोरने वाले भाजपाई नेताओ ने जमीनों पर अतिक्रमण कर 152% ले लालच में आकर जमकर खरीद फरोख्त कर कांग्रेस का कोष 3 साल में इतना भर डाला जितना भाजपा ने 15 वर्षो में खाली कर दिया था। भाजपा नेताओं ने लाखों,करोड़ो रुपये जमीन खरीदी में खर्च कर डाले। इसे कहते है एक तीर से दो शिकार,दुग्गी पर इक्का पटक देना। टूटी कलम विश्लेषण
छत्तीसगढ़ डोल रहा है,बाबा बाबा बोल रहा है…केवल नारा के अतिरिक्त आगे न बढ़ सका। बाबा के चंद अनुयायियों एवं भाजपा के सांथ मीडिया इस तरह से हल्ला मचाई की बस अब बाबा मुख्यमंत्री बनाना तय है और भूपेश बघेल एकदम से माँ-बेटे की आंखों का किरकिरी बन गए है और बाबा का रास्ता मुख्यमंत्री बनने से कोई नही रोक सकता। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सन 2010 से पूरे प्रदेश को पैदल इसलिए नही नाप डाला था कि किसी और को मुख्यमंत्री बनाया जाये। बघेल ने सोनिया-राहुल से बहुत ज्यादा मेहनत कर वेंटिलेटर पर जा चुकी कांग्रेस को प्राकृतिक आक्सीजन देकर अपनी मेहनत दिखलाई थी।
चुनाव से पहले प्रदेश मे चकाचक सड़के अस्तित्व में आ जायेगी…छत्तीसगढ़ में बर्बाद हो चुकी सड़के बहुत जल्द ही बनवाने का कार्य शुरू हो जाएगा जिसका सीधा सीधा फायदा कांग्रेस को मिलेगा। राज्य में मेडिकल कालेज सरकारी स्कूलों की तरह से खोलने की प्लानिंग है ताकि चिकित्सा के मामले में दिल्ली,मुंबई, गुड़गांव, मद्रास,बैंगलोर, आदि को पीछा छोड़ा जा सके। रोजगार के लिए प्रदेश में उद्योगों का जाल बिछाने का प्लानिंग कर उद्योग घरानों से एमओयू किया जा रहा है। जमीनों का अधिग्रहण कर मुआवजा देकर आर्थिक स्थिति मजबूत की जा रही है। धीरे धीरे छत्तीसगढ़ की गिनती धनाढ्य राज्य में होने लग जायेगी।टूटी कलम विश्लेषण
उत्तर प्रदेश चुनाव के स्टार प्रचारक बघेल…छत्तीसगढ़ में एक तरफ मुख्यमंत्री बदलने पर रोज बाबा के समर्थक एवं कुछ एक मीडिया हल्ला मचा रहे है। वहीं दूसरी तरफ मां-बेटे ने उत्तरप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के स्टार प्रचारक भूपेश को जिम्मेवारी देकर तगड़ी स्विंग कर दी परन्तु बाबा भक्त इसे बहुत बड़ा कार्य सौपना नही समझ पा रहे है। यह जिम्मेदारी सौपने का अर्थ बघेल पर पूर्ण विश्वास व्यक्त करना है। टूटी कलम विश्लेषण
50 विधायक भूपेश के सांथ साये की तरह….मुख्यमंत्री के सांथ 50 से ऊपर विधायक साये की तरह से सांथ चल रहे है। दिल्ली आवागमन कर बघेल के प्रति अपनी आस्था 10 जनपथ में व्यक्त कर चुके है। विधायक बृहस्पत सिंह कुछ न कुछ बहाना कर बाबा पर टिप्पणी कर हमला जारी अलग ही तरीके से कर रहे है। जिसे मुख्यमंत्री का वरदहस्त प्राप्त माना जा सकता है। टूटी कलम विश्लेषण