
✒️ टूटी कलम रायगढ़… शराब दुकानों के लिए सारे कानून कायदे शायद इसलिए ताक पर रख दिये जाते है कि पहला तो शराब की कमाई से प्रदेश का बजट बनाया जाता है तो दूसरे शराब सरकारी संरक्षण में बेची जाती है । तीसरा कही के नाम से आबंटित शराब भठ्ठी किसी भी क्षेत्र में बाजार के बीच,सड़क के किनारे खोली जा सकती है क्योंकि यह राज्य सरकार के आर्थिक फायदे का व्यवसाय है एवं लोग अलसुबह से पीकर टुन्न होंगे तब तो सरकार का फायदा होगा। अंग्रेजो की कारगर नीति रही है फुट डालो राज करो जिसे देश के नेताओ ने आत्मसात किया है। लोगो को नशे का आदि बना दो उससे उबरने ही मत दो एवं हिन्दू-मुस्लिम में मतभेद बने रहने देना ही सही राजनीति चाल है। टूटी कलम

बतलाया जा रहा है कि जूटमिल क्षेत्र के प्रतीक्षा बस स्टैंड में संचालित शराब दुकान का स्थान कागजो में लक्ष्मीपुर मटन मार्केट है परंतु उक्त शराब ठेका जूटमिल-मिठ्ठूमुड़ा में चलाया जा रहा है। जिससे जनाक्रोश दिनों दिन पनपने लगा है एवं उक्त दुकान को स्थान्तरित करने के लिए मोहल्लेवासीयो ने कलेक्टर को ज्ञापन सौपा है। अब उक्त विषय पर कलेक्टर क्या निर्णय लेते है। इस ओर मोहल्लेवासी टकटकी लगाए देख रहे है। बतलाया जा रहा है कि जिस दुकान में शराब ठेका चल रहा है। वह दुकान किसी हरि टंडन नामक पूर्व पार्षद की है। जिसे मोटे किराए पर देकर टण्डन ने मोहल्लेवासीयो की सुविधा से मुंह मोड़ लिया है। जिस कारण से भाजपा के वोट निश्चित रूप से घटेंगे ही घटेंगे। टूटी कलम
बड़पारा शराब भठ्ठी चल रही वार्ड क्रमांक 19 में रेलवे क्रासिंग के पास….इसी तरह बड़पारा-जेल पीछे के नाम से चिह्हाँकित शराब भठ्ठी शहर के हृदय स्थल कहे जाने वाले वार्ड क्रमांक 19 में दशकों से संचालित की जा रही है । जो कि नियम के विरुद्ध है परंतु इससे वार्ड पार्षद को ही फायदा होता है। मुंह बंद रखने के नाम पर माहवारी मोटा चढावा मिलने की बाते हर मुँह होती है। टूटी कलम
अप्रिय की स्थिति निर्मित हो सकती है जूटमिल शराब भठ्ठी के कारण…बतलाया जा रहा है कि उक्त दुकान के आसपास सब्जी,मनिहारी, फेब्रिकेशन,राशन दुकानों के अतिरिक्त कान्हा हॉस्पिटल शिशुओं का भी संचासलित है। इस क्षेत्र में सुबह से ही शराबखोरी शुरू हो जाती है एवं बगल में ही स्वीपर मोहल्ला भी है। गाहे बगाहे यहां तनाव बना रहता है। शराब दुकान से 100 मीटर की परिधि में मस्जिद भी है। इस लिए मामला और संवेदनशील हो जाता है।मिट्ठूमुड़ा मेन रोड पर एक तरफ की डिवाईडर के इस तरफ स्वीपर बस्ती वालो का पूर्णरूपेण कब्जा है। जिन्हें हटाना किसी के बूते में नही है और न किसी मे इतना दम है कि उस सड़क पर कार तो दूर की बात है,बाईक ही चलाकर दिखला दे,इस बस्ती में आपको जो चाहिए उपलब्ध हो जायेगा। पुलिस भी कुछ कारवाई करे यह भी असंभव है। टूटी कलम