रायगढ़—- किसी मोटी धनराशि की चाह में अफवाह फैलाना तथाकथित जनचेतना के स्वयंभू के गले की फांस बन गई.खुद को गोली मरवाकर जिंदल उद्योग से मोटी रकम ऐंठने वाले तथाकथित समाजसेवी ने गलत समय पर गलत पाशा फेंक दिया जो गले मे फंस गया. दरसअल जनसुनवाई से ही अपना धंधा चमकाने वाले इस पर्यावरण प्रेमी ने जीवन मे शायद एक पौधा भी न लगाया हो किंतु पर्यावरण की दुहाई देकर क्षेत्र में लगने वालो उद्योगों से सांठगांठ कर जंगल के जंगल कटवाने में अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग प्रदान किया.जल,जंगल,जमीन को उजाड़ने में शातिर दिमाग सक्रिय रहा है.
मौके की नजाकत को बगैर समझे यह अफवाह उड़ा दी गई कि जिंदल उद्योग में कार्यरत लोगो के बीच 2 लोग कोरोना पॉजिटिव है. जिससे जिंदल तंत्र,जिला प्रशासन के होंश फाख्ता हो गये. आनन फानन ब्लड के सेम्पल लिए गए तो नतीजा सिफर रहा.जिस पर संज्ञान लेते हुए जिन्दल उद्योग उप महाप्रबंधक (जनसम्पर्क) हेमंत वर्मा ने उक्त भ्रामक अफवाह फैलाने पर कार्यवाही के लिये कोतरारोड थाने में आवेदन देकर अपराध दर्ज की मांग की थी ।जिस पर थाना प्रभारी युवराज तिवारी ने पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह से मार्गदर्शन लेकर गोल्डनमैन पर धारा 188 एवं अन्य आपराधिक धाराएँ जोड़कर मामला विवेचना में लिया गया है.जिसपर पुलिस कड़ी कार्रवाई करने एक्शन में आ गई है ताकि कोई अन्य इस तरह की खतरनाक माहमारी की अफवाह आगे से न फैला सके.