✒️ टिल्लू शर्मा टूटी कलम डेस्क ….नाम एवं फोटो न छापने की शर्त पर जो मामला हमारे सोशल मीडिया पर आया कि एक गांव सुर्खियों में है जहां पर पिछले 30 सालों से एक भी मर्द की एंट्री को बैन है। लेकिन यहां की महिलाएं आए दिन अचानक प्रेगेंट हो जाती हैं। साउथ अफ्रीका के उमोजा गांव में सिर्फ महिलाओं और उनके बच्चों को रहने की इजाजत है। पिछले 30 साल से इस गांव में एक भी मर्द ने कदम नहीं रखा है क्योंकि यहां की महिलाओं ने ही एक बड़ी वजह से मर्दो की एंट्री को प्रतिबंधित कर रखा है। मर्दो की एंट्री तो बैन है लेकिन इसके बावजूद यहां की महिलाएं प्रेगनेंट हो जाती हैं। टूटी कलम

बच्चे के जन्म के बाद उनकी देखभाल अकेले करती हैं। वो ही मेहनत करके पैसे कमाती हैं और घर चलाती हैं। इन महिलाओं के बच्चों को भी नहीं पता कि उनके पिता कौन है। पिछले 30 सालों से किसी पुरुष को एंट्री नहीं मिली लेकिन यहां की महिलाएं कैसे गर्भवती होती है ? ये कोई चमत्कार नहीं है। रात के अंधेरे में जंगल से पत्रकार लोग चोरी से छिपते-छिपाते आ जाते हैं और यंग महिलाएं उनमें से अपने लिए पुरुष पसंद करती हैं और यौन संबंध बनाती हैं और जब तक गर्भवती नहीं होती तब तक संपर्क में रहती हैं और प्रेगनेंट होते ही उससे सारे संबंध खत्म कर देती है। टूटी कलम
बच्चे को भी उसके पिता के बारे में नहीं बताती हैं। इस गांव में कुल महिलाओं की संख्या 250 है। घनघोर जंगलों के बीच बसे साउथ अफ्रीका के इस गांव में मर्दो के ना रहने के पीछे एक बड़ी वजह है। दरअसल, सालों पहले बिट्रिश सैनिक आए और जब कुछ महिलाएं जब भेड़ बकरियां चरा रही थी तभी आकर उनका रेप कर दिया था। जिसके बाद उन्हें पुरुषों से ऐसी घृणा हो गई कि उन 15 महिलाओं ने मिलकर पुरुषों से अलग होकर अपनी एक अलग दुनिया बसाने के लिए ये गांव बसा लिया और पुरुषों की एंट्री पर पाबंदी लगा दी। टूटी कलम