
✒️टिल्लू शर्मा टूटी कलम रायगढ़….रायगढ़ की पूर्व तहसीलदार सीमा पात्रे को लैलूंगा का एस डी बनाने के बाद रायगढ़ तहसीलदार के पद पर सुनील अग्रवाल को पदस्थ किया गया । जो सारंगढ के सर्वाधिक विवादित तहसीलदार रह चुके है। इनपर सारंगढ के हिर्री ग्राम के डॉक्टर वारे से 3 लाख रुपये की मांग करने के वीडियो समाचार पूर्व में वायरल हो चुके है। टूटी कलम
अमर्यादित व्यवहार से त्रस्त है ग्रामीण,आमजन,वकील…जानकार सूत्रों ने बतलाया कि तहसीलदार के कार्यालय में कोई भी कार्य एक लाख रुपये से कम लेकर पूर्ण नही किया जाता है एवं या तो मामले दबा दिए जाते है या फिर फाइलों को वकीलों को फेंककर वापस कर दी जाती है। बतलाया जा रहा है कि तहसीलदार दोनो पक्षों के कागजात अपने पास रखते है एवं जो नजराना दे देता है। फैसला उसके पक्ष में कर दिया जाता है। टूटी कलम
सजातीय लोगो के लिए पार्टी स्थल बन गया है तहसील कार्यालय… कार्यालय के सूत्र बतलाते है कि संध्या 7 बजे के बाद शहर के कुख्यात भूमाफियाओ,बिल्डरों का जमावड़ा तहसील कार्यालय में लग जाता है । जहां हर तरह की पार्टियां चलती है एवं वे लोग जमीन का खेल खेलकर खूब मौज मस्ती करते है। बतलाया जा रहा है कि तहसीलदार सुनील अग्रवाल नियमो के विरुद्ध स्थानीय होने के बावजूद जिला मुख्यालय में पदस्थ है। जिस वजह से लंबी चौड़ी रिश्तेदारी भी लोग निकालकर अपना उल्लू सीधा करते है। बतलाया जा रहा है कि तहसीलदार के परिवार के द्वारा ग्राम गेरवानी में हार्डवेयर दुकान का संचालन किया जाता है। टूटी कलम
नायब तहसीलदार विक्रांत राठौर पर पीछे से हांथ छोड़ा गया…आज तहसील कार्यालय में दिनभर हाई वोल्टेज ड्रामा होता रहा। भड़के हुए कुछ वकीलों ने एस डी एम कार्यालय के भृत्य एव लिपिक की पिटाई का वीडियो एवं समाचार आते रहे। एक वीडियो में स्पष्ट देखा गया कि समझाइस के लिए अपने चेम्बर से बाहर निकले नायब तहसीलदार विक्रांत राठौर पर किसी कोमल अधिवक्ता ने चुपके से पीछे से हमला किया गया था। जिसके बाद पूरा मामला गर्मा गया। तहसील कार्यालय के चपरासी,बाबू,अधिकारियो ने काम बंद कर कार्यालय में ताला लगाकर कलेक्ट्रेट कार्यालय के कई विभागों का समर्थन हासिल कर वकीलों की गिरफ्तारी की मांग करते हुऐ धरने पर बैठ गए। बाद में कुछ वकीलों के खिलाफ चक्रधरनगर थाने में नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई गई।दूसरी ओर अधिवक्ता संघ भी लामबंद होकर थाने पहुंचकर अपनी रिपोर्ट दर्ज करवाये। टूटी कलम


3 वकीलों एवँ अन्य के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया…पूरे घटनाक्रम में अब तक यह मालूम हुआ है कि तहसीदार के आवेदन पर अधिवक्ता जितेंद्र शर्मा,महेश पटेल,दीपक मोड़क एवं अन्य पर 186,294,332,353,34, 3 (2) (VA) ST/ SC act के तहत मामले की कायमी की गई। पुलिस के द्वारा वीडियो फुटेज देखकर अन्य वकीलों पर भी करवाई किये जाने की पूरी पूरी संभावना है। टूटी कलम

