✒️ टिल्लू शर्मा टूटी कलम रायगढ :-महिला अध्यक्ष को हटाने दबाव बनाने हेतु पार्षदों द्वारा दिए गए इस्तीफे का हवाला देते हुए नेता प्रतिपक्ष पुनम सोलंकी ने कहा कि जिले के हिंदी भाषी स्कूलों को बचाने जिले के विधायकों को इस्तीफा देना चाहिये ताकि मुख्यमंत्री भुपेश बंघेल दबाव में आकर यह निर्णय वापस ले सके . जब एक महिला अध्यक्ष हटाने के लिए थोक में पार्षद इस्तीफा दे सकते है तो जिले में स्कूलो को बचाने जिले के विद्यायक मंत्री इस्तीफा क्यो नही दे सकते . महिला भाजपा नेत्री व नेता प्रतिपक्ष पुनम सोलंकी ने यह सवाल जिले के काँग्रेसी विधायको व मंत्री से पूछा है l जिले के सबसे प्रमुख व सबसे बड़े प्रतिष्ठित स्कूलों को अंग्रेजी मीडियम के नाम पर बंद किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है .काँगेस के चुने हुए जनप्रतिनिधि विधायक मौन धारण कर यह सब कुछ होते देख रहे है . रायगढ़ स्थित नटवर हायर सेकेंडरी स्कूल पुसौर व, बरमकेला के स्कूल रायगढ़ विधानसभा में स्थित तीन प्रमुख स्कूल है . तीनों ही स्कूलों को अंग्रेजी मीडियम शुरू किये जाने के नाम पर बंद करने की कार्यवाही चल रही है l मुख्यमंत्री बदले जाने की चर्चा के दौरान विधायक दिल्ली की दौड़ लगाते है लेकिन रायगढ की धरोहर समझे जाने वालेक स्कूल को बचाने उनका प्रयास शुन्य है . हिंदी मीडियम बन्द किये जाने पर जिले में 135 शिक्षकों का अकारण स्थानांतरण किया जा रहा . अंग्रेजी मीडियम स्कूल शुरू किए जाने हेतु यह स्पष्ट निर्देश था कि ऐसे विद्यालयों का चयन किया जाए जिसमें छात्र संख्या बहुत कम हो लेकिन इसकी अनदेखी करते हुए सर्वाधिक छात्रों वाले स्कूलों का चयन किया गया . पूनम सोलंकी ने कहा विद्यायक नाम के है या फिर काम के यह भी जनता के सामने सपष्ट होना चाहिए .बन्द होने वाले हिंदी स्कूल ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों के लिये शिक्षा का बडा स्त्रोत थे . ऐसे स्कूलों से बेदखल किये गए छात्र आखिर कहां जाए . अंग्रेजी मीडियम हेतु नए शिक्षकों की भर्ती कर नई बिल्डिंग में संचालन किया जाना था लेकिन जिले के प्रमुख स्कूलों को बंद कर पुराने भवनो में करोड़ों खर्च कर सरकारी राशि का जमकर दुरुपयोग किया गया . आम जनता के खून पसीने की कमाई का अपव्यय किया जाना जनभवनाओ के साथ अत्याचार है. टूटी कलम