✒️ टिल्लू शर्मा टूटी कलम रायगढ़ …….. शहर में पहले सरस्वती पूजा,जिसके बाद,जन्माष्टमी मेला,जिसके बाद गणेश मेला,जिसके बाद दुर्गा पूजा की धूम हुआ करती थी और अब “रामनवमी” की धूम रहने लगी है। रायगढ़ शहर में रामनवमी के दिन प्रभु श्रीराम की निकाले जाने वाली शोभायात्रा प्रदेश स्तर पर प्रसिद्ध है। इस शोभायात्रा की विशेषता यह है कि लगभग 50 समाज के लोगो के द्वारा अपनी अपनी झांकी को शोभायात्रा में शामिल किया जाता है। जिस वजह से लोगो का हुजूम हजारों की संख्या में यात्रा के दौरान साथ साथ चलते है। नटवर हाई स्कूल से निकाली जाने वाली राम शोभायात्रा का पूरे नगर का भ्रमण के पश्चात रामलीला में समापन किया जाता है। समाजसेवी संगठनों,दुर्गा समितियों के द्वारा कदम कदम पर अनेको तरह से जैसे शीतल जल,शर्बत,आइसक्रीम, फल आदि के द्वारा एवँ पुष्प वर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया जाता है। चकाचोंध रंगबिरंगी लाइटिंग, डीजे,कीर्तन मंडली,कर्मा,ढोल,बाजे के साथ निकलने वाली शोभायात्रा आकर्षण का केंद्र होते है। टूटी कलम
कोई नही है पदाधिकारी न राजनीति है राम शोभायात्रा में…..पिछले कई वर्षों से निकलने वाली इस शोभायात्रा में राजनीति नही घुसने के कारण सभी वर्ग एवँ राजनीति पार्टियों के लोग बढ़ चढ़कर शामिल होते है। समिति में किसी भी प्रकार से पदाधिकारीयो की नियुक्ति नही की जाती है। आमसभा की बैठक कर सबकी बातें सुनी जाती है और उपयुक्त लगने पर मानी भी जाती है। भाजपा,कांग्रेस, सभी राजनीतिक पार्टियों के लोगो शोभायात्रा के दौरान प्रफुल्लित मन से कदम से कदम मिलाकर चलते है। टूटी कलम
20 हजार लोगों के शामिल होने की उम्मीद है…पिछले 02 वर्षों से कोरोना संक्रमण की वजह से शोभायात्रा नही निकाली जा सकी थी। जिस वजह से इस वर्ष निकलने वाली राम शोभायात्रा को लेकर लोगो मे अपार उत्साह है एवं शोभायात्रा में लगभग 20 हजार लोगों के शामिल होने की उम्मीद बताई जा रही है। इस दफे आकर्षक झांकिया निकाली जायेगी जिसके लिए कोलकाता, नागपुर आदि जगहों से कलाकार बुलवाए गए है। जो झांकियों को फाइनल टच देने में दिनरात लगे हुए है एवं बाहर से धुमाल पार्टियां भी बुलाई गई है। टूटी कलम
सिख्ख समाज रहता है आकर्षण का केंद्र…शोभायात्रा के दौरान एक से बढ़कर एक करतब लाठी चलाना,तलवार चलाना,कराते,आग के गोलों आदि का प्रदर्शन किया जाता है। सिख्ख समाज के द्वारा बाहर से जांबाजों को बुलवाकर हैरतअंगेज करतब दिखलाये जाते है। जिसको देखकर लोग दांतो तले अंगुली दबा लेते है। टूटी कलम