⭕️ टिल्लू शर्मा ✒️ टूटी कलम रायगढ़ ….प्रदेश स्तर पर भाजपा द्वारा चलाया गया “जेल भरो आंदोलन” बहुत ही बुरे तरीके से फ्लॉप हो गया। लगातार 15 साल तक राज करने वाली भाजपा सरकार के महज 9000 कार्यकर्ताओ ने गिरफ्तारी देने के बाद भाजपा संगठन में खलबली सी मच गई एवं आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर नेताओ के माथे पर चिंता की लकीरें खींच गई। नेताओ के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है। लगभग 03 करोड़ की जनसंख्या वाले प्रदेश में इतनी कम गिरफ्तारी होने पर भाजपा को “दिन में तारे नजर आ गए”. कितने लोग आंदोलन में शामिल हुए उससे कहीं ज्यादा पुलिस बल एवँ मीडिया वालों की संख्या हर जिले में उपस्थिति देखी गई। टूटी कलम
उक्त आंदोलन को लेकर गोदी मीडिया भी गदगद थी कि मुख्यमंत्री “भूपेश बघेल” का जबरदस्त विरोध देखने को मिलेगा परन्तु हुआ ठीक इसके विपरीत, छत्तीसगढ़ के 29 जिलो में से किसी एक जिले मे भी गिरफ्तारी देने का आंकड़ा एक हजार तक नही पहुंचा। प्रदेश भर के 28 जिलो में मात्र 9197 भाजपाइयों ने गिरफ्तारी दी। गणित के हिसाब से एक जिले का फल 328 मात्र आ रहा है। इसका अर्थ यह है कि भूपेश के 03 साल के राज में भाजपा की स्थिति काफी दयनीय हो चली है। टूटी कलम
भाजपाइयों को गश,चक्कर आ गया,कई बेहोश हुए तो कई गिर पड़े तो कई गिरतो को भूपेश की पुलिस ने अपने कांधो का सहारा देकर संभाला। जिसकी वजह भीषण गर्मी एवं कम लोगो का एकत्रित होना हो सकता है। बतलाया जा रहा है कि जिस समय रायगढ़ में रैली के दौरान नारा लगाया गया कि “रायगढ़ विधायक कैसा हो” तो कार्यकर्ताओ ने उम्मीद के विपरीत कहा कि “ओ पी चौधरी” जैसा हो को सुनकर विधायकी टिकट के प्रथम दावेदार “उमेश अग्रवाल” का सर चकरा गया और वे पेड़ की छांव में सड़क किनारे लेट गए। टूटी कलम
सशक्त स्थिति में प्रकाश नायक…..रायगढ़ विधानसभा के कांग्रेसी विधायक लगातार मजबूत स्थिति एवँ पकड़ बना रहे है। जिसको देखकर लगता है कि विधायक एवँ मुख्यमंत्री बनने का सपना देखने वाले ओ पी चौधरी को प्रकाश नायक आसानी से मात दे देंगे एवँ वे पिछले चुनाव से दुगुने मतों से चुनाव जीतेंगे क्यूंकी भीतरी घात का डर भाजपा को ज्यादा है। कांग्रेस में रहकर सदा से परम्परागत भितरघात करने वालो को लोग नाम एवँ चेहरे से जानते पहचानते है। यदि रायगढ़ से ओ पी चुनाव लड़ते है तो उनकी हार सुनिश्चित है। टूटी कलम






