🛑 टिल्लू शर्मा ✍️टूटी कलम रायगढ़ छत्तीसगढ़… दीपावली के महापर्व पर सारंगढ़ जिले के सरिया ब्लॉक में उस समय अप्रिय स्थिति निर्मित हो गई जब लोगों ने फल विक्रेता मुस्ताक के घर पर पाकिस्तानी झंडा लहराते देखा. लोगों की निगाह पढ़ने के बाद इसकी सूचना पुलिस थाने में दी गई. इसके बाद समस्त हिंदू संगठन बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद, भाजपा, एवं स्थानीय लोगों के द्वारा पुलिस थाने के सामने धरना दे दिया गया एवं फल विक्रेता के पूरे परिवार पर राजद्रोह, देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की गई. सूचना पर तत्काल हरकत में आई सरिया पुलिस ने फल विक्रेता के घर की छत से झंडा उतारते हुए झंडा को जप्त किया गया. इस विषय पर प्राप्त जानकारी के अनुसार झंडा फहराने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कर दिया गया है परंतु क्या इतने बड़े देश की अखंडता एवं प्रभुता से जुड़े खंडित करने वाले एवं सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास करने वाले को जेल दाखिल कर देना ही काफी होगा ? उक्त व्यक्ति के पिछले रिकार्ड खंगाल ते हुए उसकी परिवारिक पृष्ठभूमि की जांच की जानी चाहिए और उसे परिवार सहित बाघा बॉर्डर पर ले जाकर पाकिस्तान की सरहद में धकेल आना चाहिए. आरोपी के द्वारा अपनी बच्ची के साथ आरोप मढ़ दिया गया है कि बच्ची के द्वारा झंडा लगाया गया था। इस पर यह प्रश्न उठता है कि आंखें ठंडा आया शो आया कहां से ? बच्ची सो जाकर ठंडा नहीं ला सकती और ना ही किसी दर्जी से सिलवा सकती है। अगर छत्तीसगढ़ प्रदेश की पुलिस गहनता से पूरे प्रदेश में जांच अभियान चलाए तो प्रत्येक शहर में बांग्लादेशियों, पाकिस्तानियों के द्वारा अपनी बस्तियां बसा ली है जो कि आने वाले समय के लिए घातक सिद्ध हो सकती है। यह लोग बांग्लादेश से हावड़ा आकर बिहार चले जाते हैं और बिहार में कुछ साल रहने के पश्चात पुणे हावड़ा कर पूरे देश में फैल जाते हैं और चश्मा, टोपी, बेल्ट का व्यवसाय कर अवैध गतिविधियों में लिप्त हो जाते हैं। इनके द्वारा सारी सुविधाओं का लाभ उठाया जाता है जैसे कि आधार कार्ड, पैन कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, बनवा कर अपने आप को भारतीय साबित करने की कोशिश करते हैं एवं पुलिस वालों से नज़दीकियां बढ़ाकर उन के माध्यम से अपने अवैध व्यवसाय के गति देते हैं। पुलिस वाले भी लक्ष्मी की आवक देखकर मौन धारण कर लेते हैं। इन लोगों को ना हिंदी लिखना आता है और ना ही ढंग से हिंदी बोल पाते हैं इनके संबंध बिहार से आकार मौलवी का कार्य करने वालों से रहते हैं। इन मौलवियों के द्वारा समय-समय पर शहर में झंडे बैनर पाटकर आपसी सौहार्द्र बिगाड़ने का कार्य किया जाता है।

पाकिस्तानी झंडा फहराने वाले आरोपी के ऊपर राजद्रोह के तहत एफआईआर दर्ज़ करें : विकास केडिया
रायगढ़ : नवनिर्मित सारंगढ़ जिले के सरिया थाना अंतर्गत कल हुए झण्डा विवाद की संवेदनशीलता को बड़ा विषय मानते हुए पूर्व भाजयुमो जिलाध्यक्ष रायगढ़ व प्रदेश कार्य समिति सदस्य विकास केडिया ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि इस मामले में स्थानीय पुलिस द्वारा बढ़ते जनाक्रोश को शांत कराने के उद्देश्य से आरोपी के खिलाफ फौरी तौर पर 153A के तहत अपराध पंजीबद्ध करते हुए उसे गिरफ्तार जरूर किया गया है लेकिन ऐसे मामले में जहां किसी व्यक्ति ने देश की अखंडता और संप्रुभता को सीधे तौर पर चुनौती देते हुए हमारे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान का झंडा फहराया हो, जो कि हमारे देश में आतंकवादी घटनाओं के लिए प्रत्यक्ष तौर पर जिम्मेदार हैं तब ऐसे आरोपी के खिलाफ पुलिस को राजद्रोह की धारा 124 ए के तहत अपराध पंजीबद्ध करना चाहिए, जैसा कि सन 2021 में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर की घटना के दौरान स्थानीय पुलिस द्वारा चारो आरोपियों के खिलाफ किया गया था ।
आगे युवा भाजपा नेता केडिया ने स्थानीय पुलिस और सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब से राज्य में कांग्रेस की सरकार आई है पूरे प्रदेश ने सामाजिक और सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ गया है और हर बार शासन के दबाव में पुलिस सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले तत्वों के खिलाफ मामूली धाराओं में कार्यवाही कर मामले को टरकाती रही हैं लेकिन चूंकि इस बार यह विषय हमारे देश की अखंडता और संप्रुभता से जुड़ा हुआ है तो हम किसी भी सूरत में इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।
आगे केडिया ने यह भी कहा कि स्थानीय पुलिस अधीक्षक को चाहिए कि इस मामले में आरोपी के खिलाफ तत्काल राजद्रोह की धारा 124 A के तहत एफआईआर दर्ज करवाए, और साथ ही मामले की निष्पक्ष जॉच के लिए एक विशेष टीम गठित करें जो यह पता करें कि आखिरकार पाकिस्तानी झंडा आरोपी व्यक्ति को कहां से उपलब्ध हुआ और कहीं इसके पीछे किसी भी प्रकार की कोई देश विरोधी गतिविधि और ताकते तो सक्रिय नहीं है।