💣 टिल्लू शर्मा ✍️टूटी कलम रायगढ़ छत्तीसगढ़… गत दिनों बोइरदादर स्थित शालिनी कॉन्वेंट स्कूल के दूसरे माले से किसी किशोरी के गिरने की खबर पाकर शहर के पूरे मीडिया वाले माइक, आईडी, कैमरा थामे शालिनी स्कूल की ओर भाही जा रहे थे और बगैर किसी ठोस जानकारी के स्कूल प्रबंधन पर नमक मिर्च लगाकर तरह-तरह के आरोप प्रत्यारोप लगाने में स्वयं के मीडिया की वाहवाही लूटने से बाज नहीं आये थे। मीडिया वाले जांच दल एवं विवेचना अधिकारी के रूप में अपना-अपना ज्ञान बांट रहे थे। जिसमें उन्होंने ना ही स्कूल प्रबंधन से पूछताछ की और ना ही किशोरी के परिजनों का मत जानना चाहा।
स्कूली छात्रा स्कूल के छत से छलांग लगाई या किसी ने धक्का दे दिया, किशोरी के द्वारा आत्महत्या करने की कोशिश की गई, टीचर के द्वारा डांटने से क्षुब्ध होकर छात्रा ने दूसरी मंजिल से छलांग लगा दी, घर से स्कूल आने के बाद छात्रा एकदम उदास एवं गुमसुम थी, वह स्कूल के दूसरे मंजिल पर कैसे पहुंच गई, घर से बगैर कुछ खाए पिए छात्रा स्कूल गई थी, स्कूल प्रबंधन के द्वारा सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए हैं, अत्यंत गंभीर अवस्था में छात्रा को अस्पताल में भर्ती कराया गया, छात्रा को अंदुरिनी एवं गंभीर चोटें आई है,…. मीडिया ने इस तरह की तमाम बातों के अटकलों का दौर पूरे शहर में जन चर्चा का विषय बना दिया था , परंतु छात्रा के होश आने पर उसके द्वारा दिए गए मौखिक बयान की वजह से मीडिया को बैकफुट पर आना पड़ गया. वीडियो समाचार पर यह भी देखा गया कि शालिनी स्कूल प्रबंधन ने मीडिया कर्मियों को तीखे जवाब तेज आवाज में दिए गए थे. गलत एवं कड़ा व्यवहार करने पर भी मीडिया कर्मियों ने अपनी कोई आपत्ती या विरोध नहीं जतलाया.
न किसी ने धक्का दिया, ना मैं छत से कूदी थीं, शालिनी स्कूल की छत से नीचे गिरी किशोरी ने पुलिस को दिए बयान में बताई घटना की असलियत
रायगढ़। शालिनी स्कूल की दूसरी मंजिल से एक छात्रा के संदिग्ध हालत में नीचे गिरने की घटना ने अब नया मोड़ ले लिया है। दरअसल, जख्मी छात्रा ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि वह पैर बाहर रखकर बैठी थी और चक्कर आने से वह जा गिरी। वहीं, हादसे का सच आने के बाद स्कूल प्रबंधन राहत की सांस ले रहा है, क्योंकि वहां की सुरक्षा पर सवाल जो उठने लगे थे।
चक्रधर नगर के बोईरदादर स्थित शालिनी स्कूल यानी सेंट टेरेसा कान्वेंट स्कूल की दूसरी मंजिल से 7 नवंबर के अपरान्ह तकरीबन पौने 1 बजे कक्षा नवमीं-सी की छात्रा अनुप्रिया सिंह (15 वर्ष) के नीचे गिरने की घटना का सच सामने आ गया है। छात्रा को न तो किसी शख्स ने दूसरी मंजिल से धकेला और न ही किशोरी ने नीचे छलांग लगाई, बल्कि यह महज एक हादसा है। गनीमत रही कि काफी ऊंचाई से गिरने के बाद भी छात्रा के पांव में ही सूजन है और अब उसकी स्थिति खतरे के बाहर है।