🎤 टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम रायगढ़ छत्तीसगढ़ चक्रधरनगर पुलिस द्वारा ग्राम सरवानी थाना खरसिया निवासी रूपेंद्र कुमार केशरवानी पिता देवचरण केशरवानी 26 साल को चक्रधरनगर क्षेत्र की युवती के शारीरिक शोषण (बलात्कार) के अपराध में गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है ।
पीड़ित युवती कल शाम थाना चक्रधरनगर में रिपोर्ट दर्ज कर बतायी कि करीब 04 माह पहले सुपरवाईजर रूपेन्द्र केशरवानी के अधीन मजदूरी का काम कर रही थी । रूपेन्द्र केशरवानी पत्नी बनाकर रखूंगा कहकर 04 महीने अपने साथ चक्रधरनगर क्षेत्र में किराये मकान पर रखा, जहां शरीरिक संबंध स्थापित किया है । करीब 01 माह पहले रूपेन्द्र केशरवानी चांदमारी रायगढ़ में दूसरे किराये मकान में ले जाकर रखा था, जहां 22 मई को रूपेन्द्र किराये मकान में छोड़कर अपने घर खरसिया भाग गया और अब शादी से इंकार कर रहा है ।
पीड़िता के आवेदन पर थाना चक्रधरनगर में आरोपी रूपेन्द्र केशरवानी पर दुष्कर्म (धारा 376 भादवि) का अपराध पंजीबद्ध कर थाना प्रभारी चक्रधरनगर निरीक्षक प्रशांत राव आहेर के नेतृत्व में आरोपी पतासाजी, गिरफ्तारी के लिये पुलिस टीम सरवानी खरसिया रवाना हुई, जहां से आरोपी को हिरासत में लेकर रायगढ़ लाया गया है । दुष्कर्म के मामले में गंभीरतापूर्वक कार्यवाही करते एसएसपी सदानंद कुमार के दिशा निर्देशन एवं एएसपी संजय महादेवा व सीएसपी अभिनव उपाध्याय के मार्गदर्शन पर आरोपी को चक्रधरनगर पुलिस द्वारा अपराध कायमी के 24 घंटे के विरूद्ध गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है । आरोपी पतासाजी, गिरफ्तारी की कार्यवाही में टीआई चक्रधरनगर प्रशांत राव आहेर, एसआई दिनेश बोहिदार, प्रधान आरक्षक पोलूश एक्का, आरक्षक सुशील यादव और चूडामणी गुप्ता की प्रमुख भूमिका रही है ।
दुष्कर्म ,बलात्कार, रेप के मामले में अक्सर यह देखा जाता है कि युवती , महिला किसी युवक, आदमी के मोहपाश में बंधकर प्रेमी का आर्थिक शोषण कर अपना जिस्म समर्पित कर देती है। युवक के द्वारा जब तक धन लुटाया जाता है। प्रेमिका की जरूरतों को पूरा किया जाता है। तब तक वह प्यार करना कहलाता है और जब युवक के द्वारत आर्थिक मदद करना बंद कर अन्य शिकार की तरफ आकर्षित हो जाता है। तब अपना सब कुछ लुटाई बैठी युवती, महिला के द्वारा अपने प्रेमी पर दुष्कर्म का आरोप लगा दिया जाता है। इस मामले में पुलिस भी बगैर जांच पड़ताल किए आनन-फानन में आरोपी को पकड़कर जेल दाखिल करवा देती है। जबकि ऐसे संवेदनशील मामले की पूरी जांच-पड़ताल कर कार्यवाही किया जाना चाहिए। एकपक्षीय कार्रवाई करने से युवक की अकेले की पूरे समाज में ,शहर में, गांव में इज्जत खराब हो जाती है और उसे भविष्य में भी बलात्कारी के दृष्टिकोण से देखा जाने लगता है। जेल जाने के पश्चात युवक के कदम अपराध जगत की ओर उठ जाते हैं। जिसके कसूरवार युवती महिला एवं पुलिस होती है।