*अघोरा नाम परो मंत्रम, नास्ति तत्वम गुरु परम*
मानव सेवा में समर्पित है अघोर बाबा प्रियदर्शी राम जी का संपूर्ण जीवन
*एक समय ऐसा था जब औघड़ का नाम सुनते ही लोगों के शरीर में सिहरन दौड़ जाया करती थी और रक्त जम जाया करता था. औघड़ बाबाओ के द्वारा मानव कल्याण में जीवन के समर्पण को देखकर लोगों की सोच में बदलाव आना शुरू हुआ। लोग इनकी शरण में पहुंचकर स्वयं को धन्य मानने लगे। इन निस्वार्थ मानव सेवा करने वाले महान आत्माओं के प्रति लोगों की आस्था इस कदर बढ़ गई कि भारत के साथ अन्य देशों में भी इन बाबाओं को सम्मान दिया जाने लगा और पूजा जाने लगा। धीर गंभीर शांत शैली वाले माता भगवती के उपासक मालिक के द्वारा समस्याओं से ग्रस्त मनुष्यों की समस्याओं का निराकरण करते हैं जिसके एवज में कुछ पाने की चाह इनके दिल में नहीं रहती है। इनके अनुयायियों के द्वारा जो कुछ भी दिया जाता है उसे अघोर बाबा मनुष्यों में ही बांट दिया करते हैं। भोग, विलास, दिखावा, आडंबर से दूर जंगल में अपना आश्रम बनाकर जप तप के माध्यम से, ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए अपने शरीर के अंदर पुरुषार्थ ,शक्ति,तेज ,ओज का संचय करते हैं। जिस वजह से इनका शरीर एक प्रकाश पुंज बन जाया करता है एवं उनकी वाणीयों में माता सरस्वती का वास हो जाया करता है। इनकी शरण में जाने वाला हर मानव एक समान होता है। इनकी नजरों में छोटे बड़े अमीर गरीब जात पात का कहीं कोई स्थान नहीं होता है। मानव मात्र मानव ही होता है।
अघोर गुरुपीठ बनोरा ट्रस्ट रायगढ़ के द्वारा संत शिरोमणि बाबा की प्रियदर्शी राम जी के आदेश के पश्चात अनेक तरह के कार्य कर मानव सेवा की जाती है जैसे कि स्वास्थ्य शिविर, नेत्र शिविर, कृत्रिम अंग शिविर, गरीब एवं ग्रामीण बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा प्राप्त करने के लिए स्कूलों का संचालन, गरीब कन्याओं का कन्यादान, आदि अनेकों तरह के कार्यक्रम कर सेवा कार्य किए जाते हैं। स्वास्थ्य शिविरों में दवाई, ऑपरेशन, चश्मे ,भोजन आदि निशुल्क उपलब्ध करवाए जाते हैं। इन शिविरों में शहर के नामी-गिरामी डॉक्टरों के द्वारा मरीजों की निशुल्क जांच की जाती है। संपूर्ण खर्चे अघोर ट्रस्ट के द्वारा वहन किए जाते हैं।
*पानी एवम गुड़ का वितरण किया जाता है*
गर्मी के दिनों में लगभग 03 माह तक अघोर ट्रस्ट के द्वारा शहर के कई स्थलों पर प्याऊ लगाकर राहगीरों के गले तर कर प्यासे कंठो की प्यास बुझाई जाती है। प्रत्येक प्याऊ में प्रतिदिन 25 के 30 घड़े तक पानी एवं लगभग 4 से 5 किलो तक गुड़ बांटा जाता है। ट्रस्ट के द्वारा उक्त सेवा गत कई वर्षों से निरंतर की जा रही है। कर्मचारी उपलब्ध ना होने पर बाबा प्रियदर्शी राम जी के अनुयायियों के द्वारा सेवा की जाती है।
1. लक्ष्मीपुर चौक
2. कलेक्टर बंगला के सामने
3. चक्रधर नगर चौक पर प्याऊ संचालित किए जा रहे हैं. जिनके माध्यम से हजारों लोगों के द्वारा प्रियदर्शी राम जी प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं.
