




🎤 टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम रायगढ़ छत्तीसगढ़ रायगढ़ शहर के रामलीला मैदान में बहुप्रतीक्षित राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का उद्घाटन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथों किया गया। सरकार,जिला प्रशासन,एवं पुलिस प्रशासन के अनुमान के विपरीत भीड़ उमड़ पड़ी। दर्शकों से खचाखच भरे रामलीला मैदान पर अव्यवस्थाओं का आलम स्पष्ट रूप से देखा गया।
नौकरशाहों, पुलिस के अधिकारियों, टपोरी कांग्रेसी नेताओं को फ्रंटलाइन पर स्थान देकर मीडिया वालों की घनघोर बेज्जती की गई। इतनी घनघोर बेज्जती होने के बावजूद मीडिया वाले अपने काले पीले तंबाखू,गुड़ाखू से सड़े दांतो को निपोरते कार्यक्रम स्थल पर भीड़ में ठसें फंसे नजर आए. कार्यक्रम स्थल पर प्रथम एवं द्वितीय पंक्ति में बैठे नौकरशाहों ,नेताओं ,चमचो, चाटुकारों की सेवा सत्कार के लिए नाश्ता, पानी चाय, बिस्किट, स्वल्पाहार, ड्राई फ्रूट्स आदि परोसने के लिए 20 25 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इन पंक्तियों में बैठे लोग मुंह चलाते हुए कार्यक्रम का आनंद उठा रहे हैं और पीछे पत्रकार दीर्घा मैं बैठे लोग इनको ताक रहे हैं। इस तरह का नजारा पहली बार देखने को मिला जिसके लिए कार्यक्रम आयोजन के प्रभारी पूर्ण रूप से दोषी है।
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया वालों को सबसे पीछे मंच बनाकर स्थान देना चाहिए ताकि पीछे के दर्शकों को असुविधा का सामना करना पड़े। इन मीडिया वालों को मंच के ठीक सामने पंडाल के बीचो बीच स्थान उपलब्ध करवाया गया है। से जिससे पीछे बैठे श्रोताओं को प्रस्तुति देने वाले कलाकारों को देखने में असुविधा उठानी पड़ रही है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया वालों के पास हाई क्वालिटी हाई रेंज के कैमरे मोबाइल माइक उपलब्ध रहते हैं। जिस वजह से वे बहुत दूर से ही कवरेज कर पास का दृश्यांकन कर सकते है। जिस वजह से मीडिया वालों को किसी भी तरह की तकलीफ नहीं हो पाती है। मीडिया का प्रवेश मुख्य द्वार से होता है मगर इस कार्यक्रम में मीडिया का प्रवेश एवं आम जनता का प्रवेश समान रूप से देकर मीडिया को नीचा दिखाने का प्रयास किया गया है।
चक्रधर समारोह की व्यवस्था काबिले तारीफ रहती है.. रायगढ़ में कई दशकों से हो रहे राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम चक्रधर समारोह में जो व्यवस्था प्रशासन के द्वारा की जाती रही है वह काबिले तारीफ है क्योंकि इस कार्यक्रम में मीडिया वीआईपी वीवीआइपी की बैठक व्यवस्था प्रथम पंक्ति पर अगल बगल की जाती रही है.