🌀 टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम रायगढ़ … एक समय ऐसा था जब लोगों को दैनिक अखबारों के आने का इंतजार सुबह से ही रहता था। प्रबुद्ध वर्ग दैनिक दिनचर्या से निवृत होकर चाय की चुस्कियों के साथ समाचार का आनंद लिया करते थे। वही अपने कार्य में जाने वाले नाश्ते की टेबल पर अखबार पढ़ के समाचारों की जानकारी लिया करते थे। लेकिन सबसे ज्यादातर लोग मल,विष्ठा इत्मीनान से उतारने के लिए अखबारों को शौचालय में लेकर घुस जाया करते थे और पूरे अखबार का समाचार पढ़ने के पश्चात बाहर निकलते थे। जीने जीने शौचालय के बाहर लाइट में लगे लोगों की तनिक भी चिंता नहीं रहा करती थी। शौचालय में अखबार लेकर घुसे व्यक्ति की आधे घंटे से पहले निकालने की कोई संभावना नहीं रहा करती थी। कभी कभार टंकी का पानी खत्म हो जाने पर यही अखबार पहुंचने के काम आ जाया करता था। अखबार को सबसे अच्छा टिशू पेपर, वाइप पेपर माना जाता है। जिस तरह से एक अनार सौ बीमार माना जाता है इस तरह से एक अखबार कई काम आता है।
शौच करवाने का ठेका ब्रेकिंग न्यूज़ ने ले लिया है… बदलते समय के साथ मनुष्य की दिनचर्या में भी बदलाव आया है जो लोग पहले शौच उतारने के लिए अखबारों का सहारा लिया करते थे। वे अब मोबाइल का सहारा लेने लगे हैं। अभी के इस दौर में 95% लोग सुबह उठते ही मोबाइल लेकर शौचालय में घुस जाया करते हैं और ब्रेकिंग न्यूज़ के सहारे शौच उतारते हैं। ब्रेकिंग न्यूज़ से मालूम चल जाता है कि कितने मरे ? किसकी हत्या हुई ? कहां एक्सीडेंट हुआ ? किसने आत्महत्या की ? कहां चोरी हुई ? कहां डकैती हुई ? किसका अपहरण हुआ ? कौन पानी में डूबा ? कौन रेल पटरी से कटा ? कौन पेड़ पर फांसी पर लटका ? किसने छुरा घोंपा ? किस पुलिस वाले ने अपराधियों को धर दबोचा ? कि समाजसेवी ने पेड़ पौधे लगाए ? किस समाज सेवी ने भंडारा लगाया ? किस समाज सेवी ने धार्मिक कार्य किया ? इस तरह के समाचार प्रेस विज्ञप्तियों के द्वारा या पुलिस वालों की चाटुकारिता करने के पश्चात प्राप्त कर ब्रेकिंग समाचार बन जाया करते हैं। जो सुबह शौचालय में शौच उतारने में काफी मददगार साबित होते हैं। मगर इससे एक बहुत बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है की यदि शौच करने के दौरान पानी टंकी का पानी खत्म हो जाए तो मोबाइलधारी शौचकर्ता क्या करें कैसे करें ? तब उसके सामने एक ही विकल्प होता है कि वह मोबाइल के द्वारा अपने परिजनों से पानी की बाल्टी शौचालय के बाहर रखने का निवेदन कर सकता है।
शौचालय में मोबाइल लेकर जाना कई बीमारियों को जन्म देता है एवं मोबाइल अशुद्ध हो जाया करता है। मोबाइल के अंदर सुरक्षित देवी, देवताओं, भगवान, ईश्वर, अल्लाह, गुरु की फोटो भी अशुद्ध हो जाया करती है। शौचालय में गया हुआ मोबाइल भगवान कमरे, रसोई से लेकर,बेडरूम तक लाना किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं माना जाता है।