🌀टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम रायगढ़ … रायगढ़ महापौर जानकी काटजू की कार्यशैली से नाराज होकर 21 भाजपा पार्षदों ने पिछले माह अविश्वास प्रस्ताव आवेदन कलेक्टर को दिया गया था। कलेक्टर ने विचार विमर्श कर उक्त आवेदन पर सभी पार्षदों की मंशा राय जानने के लिए कलेक्ट्रेट के सृजन कक्ष में सुबह 11:00 बजे बैठक आयोजित की गई है जिसमें निगम के सभी पार्षद उपस्थित होकर अविश्वास प्रस्ताव पर अपनी राय व्यक्त करेंगे। जिसके बाद वोटिंग के द्वारा पक्ष विपक्ष किए गए मतदान का परिणाम घोषित किया जाएगा।
भाजपाई पार्षदों में एका तो कांग्रेसी पार्षदों में नाराजगी देखी जा रही है… जहां एक ओर भाजपाई पार्षदों को गद गद तो कुछ कांग्रेसी पार्षदों में मायूसी देखी जा रही है। स्पष्ट सूत्रों ने बताया कि 17 कांग्रेदी पार्षद महापौर की कार्यप्रणाली से रुष्ट हैं एवं पिछली बार लगभग 8 पार्षदों को आश्वासन स्वरूप दी जाने वाली राशि अब तक प्राप्त नहीं हुई है। इसलिए संभावना यह बन रही है कि यदि भाजपा के द्वारा कांग्रेसी पार्षदों में सेंधमारी कर दी जाए तो जानकी काटजू का महापौर पद से हटना तय है। कुछ मीडिया वालों के द्वारा चढ़ावा पाकर महापौर के पक्ष में लाबिंग की जा रही है। अनेकों मीडिया वाले भी विज्ञापन का पैसा ना मिलने की वजह से महापौर से दूरी बनाकर रखे हुए हैं। केवल 1000,2000 पाने वाले ही निगम प्रांगण एवं महापौर के कक्ष में देखे जा सकते हैं।
रायपुर से आए कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी ने रायगढ़ में मोर्चा संभाला.. बतलाया जा रहा है कि कांग्रेसी पार्षदों का मन मनोव्वल करने के लिए रायपुर से दो नेता आए थे जिन्होंने कांग्रेसी पार्षदों को धमकाने चमकाने की शैली में हिदायत दी गई की यदि किसी के द्वारा भी कलेक्टर के सृजन कक्ष में कदम भी रखा तो पार्टी के द्वारा उसे निष्कासित कर दिया जाएगा एवं क्रॉस वोटिंग करने वालों को नहीं बक्शा जायेगा। इतने कड़े शब्दों में तो पिता भी अपने पुत्र को अभी के समय में नहीं बोलते है। चलाया जा रहा है कि एक पदाधिकारी रायपुर लौट गए हैं एवं एक पदाधिकारी ने रायगढ़ में कैंप किया हुआ है। विधानसभा चुनाव के पूर्व अपने कार्यकर्ताओं को इतने कड़े शब्दों में चेतावनी दी जानी सही नहीं मानी जाती है।