🌀 टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम रायगढ़… रायगढ़ शहर में इन दिनों डेंगू को लेकर हाय तौबा मची हुई है। अज्ञानी अशिक्षित मूढ़,मूर्ख लोगों के द्वारा यह अफवाह फैलाई जा रही है कि डेंगू बीमारी कूड़े,कचरे,गंदगी के ढेर के कारण उत्पन्न होती है। जबकि डेंगू के मच्छर साफ सुथरी जगह में उत्पन्न होते हैं जैसे की टायर,गमले,कूलर,कोटना में ज्यादा दिनों तक पानी जमा रहने के कारण एडीज नामक प्रजाति के मच्छरों की उत्पत्ति होती है। जिनके बीच में एक सफेद धारी होती है। ये मच्छर 3 फीट ऊंचाई से ज्यादा नहीं उड़ पाते हैं। इसलिए व्यक्ति को चाहिए कि फुल पैंट पहने एवं कमर तक ओडोमास क्रीम का उपयोग करें,मच्छरदानी लगाकर सोएं। अपने आसपास पानी का जमाव न होने दें। जमे हुए पानी जला हुआ मोबिल,मिट्टी तेल,डीजल डाल देवें. टेली मास कीटनाशक दवाई का सावधानी पूर्वक छिड़काव कर अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह धो लेंवे. मच्छर मार अगरबत्ती,क्वायल,लिक्विड का उपयोग करें।
बुखार,बदन दर्द, सर दर्द, होने पर होने पर अस्टीमिनोफेन पेरासिटामोल दवाई का इस्तेमाल करें। अमरूद का रस, अनार का रस पिए, संतरे का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें, दूध पिए,अगर संभव हो तो बकरी का दूध पिएं,गिलोय का रस पिए, लाल रंग के फलों का उपयोग करें, चुकंदर खाएं, पपीता खूब खाएं एवं पपीता की पत्तियां चबाकर खाएं। मेथी का पानी पिएं।
खूनी उल्टी खूनी पेचिश होने पर डॉक्टर से सलाह लेवे। डेंगू फैलने वाली बीमारी नहीं है। यह एडिज नामक मच्छर के काटने से होती है जिसका असर 10 दिनों तक रहता है। इन दिनों घर पर आराम करें एवं पूरा परहेज करें। जिसे पहले वायरल फीवर कहा जाता था। उसे अब डेंगू कहां जाने लगा है ताकि मनुष्य भयभीत हो जाए और बड़े-बड़े हॉस्पिटलों में अपना इलाज करवा कर लाखों रुपए खर्च करें।
तेज बुखार 105 होने पर माथे पर ठंडे पानी की पट्टी लगाएं। डराने एवं भयभीत करने वाले नकारात्मक बाते करने वालो से दूरी बनाकर रखें। डेंगू कचरा कूड़े करकट के कारण होता है। यह बात अपने दिल से निकाल देवें। किसी की स्वाभाविक मृत्यु होने के बाद लोग उसे डेंगू की वजह से मृत्यु होना बतला कर डर का माहौल बना देते है एवम सरकार,जिला प्रशासन,नगर निगम प्रशासन पर दोषारोपण विपरीत माहौल बनाते हैं।