रायगढ़ जिले का बहुचर्चित, विश्वसनीय,लोकप्रिय,पाठको की पसंद, छत्तीसगढ़ स्तर पर जाना पहचाना न्यूज वेब पोर्टल,**टूटी कलम** निडर,निष्पक्ष, निर्भीक, बेबाक,बेखौफ, पत्रकारिता करना मेरा शौक है,जुनून है,आदत है,दिनचर्या है, मजबूरी है,कमजोरी है, ना कि..👉.. आय का साधन है,व्यवसाय है,पेट भरने का जुगाड़ है,और ना ही ..👉 डराने,धमकाने, ब्लैकमेलिंग,उगाही,वसुली,भयादोहन, विज्ञापन,लेने का लाइसेंस मिला हुआ है. संपादक माता सरस्वती का उपासक, कलम का मास्टरमाइंड,बेदाग छवि की पहचान, सच को उजागर करने वाला,लेखक विश्लेषक,चिंतक,विचारक,व्यंगकार, स्तंभकार, @यारों का यार दुश्मनो का दुश्मन@ *चंद्रकांत (टिल्लू) शर्मा 8319293002
🛑टिल्लू शर्मा ✒️ टूटी कलम न्यूज रायगढ़ . पिछले दिनों प्रदेश के वित्त मंत्री, रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी के द्वारा सोशल मीडिया में जारी किया गया एक वीडियो इन दिनों राजधानी रायपुर शहर की सड़कों पर विपक्षियों के द्वारा दिखाया जा रहा है. वीडियो में वित्त मंत्री यह कहते नजर आ रहे हैं कि कोविड काल के समय उनके पास खाने का पैसा नहीं था. तब उन्होंने अपने तीन दोस्तों से दो करोड रुपए उधार लेकर शेयर मार्केट में लगा दिए. जिसका उन्हें इतना जबरदस्त फायदा हुआ कि 4 साल में ही रकम 9 गुना बढ़कर 18 करोड रुपए हो गई. विपक्षियों के द्वारा चटकारे लेते हुए बतलाया जा रहा है कि जब इतने फायदेमंद जरिया उनके हाथ लग गया है तो उन्हें चाहिए कि देश,प्रदेश के सभी शिक्षित बेरोजगार युवाओं को इसके टिप्स देकर. उन्हें भी बगैर काम करें धन प्राप्ति का मार्ग बतला देना चाहिए. इसी तरह प्रदेश सरकार के 20,000 करोड रुपए शेयर मार्केट में लगा दिए जाएं ताकि 4 साल के बाद छत्तीसगढ़ राज्य को देश का सबसे शक्तिशाली आर्थिक समृद्धि वाला राज्य बनाया जा सके. आम जनता कहने लगी है कि चौधरी को चाहिए कि वे छत्तीसगढ़ प्रदेश के सक्षम लोगों से दो-दो लाख रूपए लेकर शेयर मार्केट में लगा दे और 4 साल के बाद 18 लाख रुपए की अपेक्षा केवल पांच पांच लाख रुपए ही दे देवें. जिससे मोदी की गारंटी के साथ-साथ ओ पी की गारंटी भी पूरे देश में प्रसारित हो सके.
TuTi KaLaM NeWs –: नौकरी से आजादी ™️ कोई आदमी अपना समय दूसरों को बेचकर बड़ा आदमी नहीं बन सकता ™️ दूसरे की गुलामी करने से अच्छा है स्वयं का स्वतंत्र होकर कार्य करना ™️ ओ पी चौधरी…..™️. वहीं दूसरी तरफ ओपी चौधरी कहते हैं कि पढ़ालिख कर 10 करोड़ 15 करोड़ के पैकेज में नौकरी करने से कहीं अच्छा है कि खुद का व्यवसाय करना. अपनी मेहनत को दूसरों को बेचकर ग्रोथ नही किया जा सकता. तो फिर ओ पी चौधरी किस लिए प्रदेश में अनेक स्थानों पर नालंदा परिसर संस्था बनाकर बनाकर बच्चों को यूपीएसी एग्जाम की तैयारी करने को कहते हैं. क्यों वे अनेक कोचिंग सेंटरों में अनेक स्थानों पर जाकर क्लास लेते हैं. ओपी चौधरी क्यों कहते हैं कि जो भी पुस्तकें उपलब्ध नहीं होगी उन्हें बाहर से ऑर्डर देकर मंगवाया जाएगा ताकि परीक्षार्थियों की पढ़ाई में कोई रुकावट ना आ सके.







