🔱 टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤 न्यूज 🌍 रायगढ़ छत्तीसगढ़ 🏹… बाद लगभग 10 वर्ष पूर्व 2014 की है जब रायगढ़ में भगवान श्री राम जी की शोभायात्रा निकालने का विचार कुछ कट्टर हिंदूवादी लोगों के मन में आया था. उस समय समस्त हिंदू समाज के लोगों को एक सूत्र में जोड़ना टेढ़ी खीर थी. मगर शोभा यात्रा का आयोजन करने वाले युवकों ने एकता का परिचय देते हुए. जन सहयोग से शोभा यात्रा आकर्षक रूप में निकाली गई. जिसने पूरे नगर भ्रमण कर राम नाम का अलख जगाया. देखने वाले प्रभावित हुए बिना नहीं रह सके और शोभा यात्रा में शामिल न होने लोगो को मलाल रह गया. देखने वालों ने मन बना लिया कि वे अगले साल से श्री राम शोभा यात्रा के शामिल होंगे. इस तरह की सोच होने की वजह से निकलने वाली शोभा यात्रा का स्वरूप दिनों दिन भव्य होता जा रहा है. हिंदुओं के आराध्य प्रभु श्री राम की जन्मस्थली अयोध्या में ही उनका मंदिर नहीं था और प्रभु को टेंट में रहना पड़ रहा था. मगर अब इतना भव्य मंदिर बना है कि अयोध्या धाम का रूप धारण कर लिया है. हिंदू श्रद्धालुओं की सबसे ज्यादा भीड़ अयोध्या में उमड़ने लगी है. भक्तों की पहली पसंद श्री राम मंदिर बन चुका है. जिसके दर्शन करने के लिए सबका मन मचलता है.
रायगढ़ में निकाले जाने वाली प्रभु श्री राम की शोभा यात्रा.. पूरे देश में प्रसिद्ध हो चुकी है. शोभा यात्रा की तैयारी करने में हिंदू संगठनों के लोग एक माह पहले से ही जुट जाया करते हैं. बैठकों का दौर शुरू हो जाता है. जिसमें हर किसी की सलाह को तवज्जो दी जाती है. इस बार की निकलने वाली शोभायात्रा एक नया इतिहास रचने जा रही है क्योंकि अयोध्या में मंदिर बन चुका है. इसीलिए हिंदुओं में उत्साह जोश खरोश का संचार हुआ है. नटवर हाई स्कूल से निकलने वाली शोभा यात्रा किस मार्ग से भी निकलेगी उन सभी मार्गों को भगवा तोरण,झंडियों, बैनर पोस्टर फ्लेक्स से पाट दिया गया है. सड़कों के बीचो-बीच डिवाइडरो पर आकर्षक लाइट एवं झालर लगाई गई है. हर 10 कम पर एवं चौक चौराहो पर शोभा यात्रा का स्वागत करने के लिए होड़ सी मची हुई है. दुर्गा समितियां के द्वारा अलग-अलग सामग्रियों से शोभा यात्रा में साथ चलने वाले सभी राम भक्तों का स्वागत किया जाएगा. जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगर निगम के अधिकारियों के द्वारा समस्त मार्गो का अवलोकन किया जा रहा है.
गर्व से कहो हम हिंदू हैं, हम एक हैं.. श्री राम शोभा यात्रा को राजनीति से परे रखा गया है. इसमें सभी राजनीति के दलों से संबंध रखने वाले लोग शामिल रहते हैं और केवल यह बदलते हैं कि हम हिंदू एक है. श्री राम नवमी आयोजन समिति में सर्व हिंदू समाज के लोगों को स्थान दिया गया है ताकि किसी के मन में अपने समाज को स्थान नहीं दिए जाने का भ्रम न रह सके. श्री राम शोभा यात्रा के दौरान हिंदुओं में एकता देखते भी बनती है. शोभा यात्रा को भव्य बनाने के लिए शहर के सभी क्षेत्रों से प्रभु श्री राम की झांकी एवं सर्व हिंदू समाज की झांकियां निकलती है. जो नटवर हाई स्कूल के मैदान में पहुंचकर शोभा यात्रा आयोजन में शामिल हो जाती है. रामनवमी दुर्गा नवमी के दिन पड़ती है. जिस वजह से प्रत्येक मोहल्लो में महा भंडारा का आयोजन किया जाता है. माता दुर्गा के भंडारे में प्रसाद ग्रहण करने के बाद राम भक्त नटवर हाई स्कूल का मैदान पहुंचने लगते हैं. जिस वजह से शोभा यात्रा जन सैलाब,कई किलोमीटर लंबे रूप में निकलती है. शोभा यात्रा का स्वरूप देखकर उद्योगपति,समाजसेवी, प्रतिष्ठित व्यवसाई आदि खुशी खुशी खुले मन से आयोजन समिति को सहयोग प्रदान करते हैं.
कितने लोग भंडारा का प्रसाद लेते हैं इसकी कोई गिनती नहीं होती है.. शोभा यात्रा की समाप्ति के बाद रामलीला मैदान में विशाल महा भंडारा का आयोजन होता है जिसमें जितने हजार या लाख लोग प्रसाद ग्रहण करते हैं इसे कोई बता नहीं सकता. संध्या 7:00 बजे से शुरू होने वाला भंडारा का प्रसाद ग्रहण करने के लिए पूरा रामलीला मैदान भर जाता है. भंडारा देर रात 2:00– 3:00 बजे तक चलते रहता है. परंतु प्रभु श्री राम के आशीर्वाद से ना प्रसाद बनाने वाले थकते हैं और ना ही पर परोसने वाले थकते हैं.