🔱टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤 न्यूज 🌍 रायगढ़ छत्तीसगढ़ 🏹… रात रात भर जब किसी का बेटा अपने माता-पिता, पत्नी, बच्चों को घर पर छोड़कर किसी होटल,फ्लैट, गार्डन, बाग, बगीचा में जुआ सट्टा खेलता है तब किसी को ऐतराज नहीं होता क्योंकि जब खेलने वाला जीत के पैसे से पिता के लिए सोने की चेन, माता के लिए सोने का मंगलसूत्र, पत्नी के लिए सोने का पूरा सेट, अपने लिए चार पहिया लग्जरी वाहन खरीद लेता है तो उसके परिवार वाले बहुत खुश होते हैं तब वह नहीं पूछते कि तुम्हारी कौन सी फैक्ट्री है ? जो केवल रात को ही चलती है ?और एक ही रात में तुम इतना पैसा कहां से ले आते हो ? शुरुआत में परिवार वाले अपने दुर्गुणी पुत्र को रुपया उपलब्ध करवाते हैं. मगर पुत्र जब लगातार हारने लगता है तो उसे रकम देने से मुख मोड़ लिया जाता है. जिस वजह से वह जीतने के लालच में जुआ सट्टा उधार खेलने लगता है. जब सर पर लाखों करोड़ों रुपए का कर्ज हो जाता है तो उसे पुलिस की याद आती है या फिर आत्महत्या करना ही उपयुक्त उपाय लगता है. किसी चर्चित युवक के द्वारा आत्महत्या करने पर समाज विशेष के लोग एक होकर हाथों में जुआ सट्टा को बुराई बताते हुए रैली निकालते हैं और पुलिस अधीक्षक के पास एक के बाद एक कई संगठनों के द्वारा ज्ञापन दिया जाता है. मगर जैसे ही आईपीएल खत्म होता है वैसे ही विरोध करने के स्वर दब जाते हैं फिर सारी प्रक्रिया सामान्य हो जाया करती है.
हमने अपने समाचार में सटोरिया के द्वारा नाम उगलने से पूर्व ही रायगढ़ शहर के बड़े खाईवालो का नाम बता दिया था. जब हमें सटोरियों का नाम मालूम हो सकता है तो क्या पुलिस और साइबर सेल को उनके नाम पते ठिकाने का मालूम नहीं रहता होगा. पुलिस के द्वारा सट्टा बुकिंग करने वालों को पकड़ने पर बुकरो ने वही नाम उगले जो हमने बताए थे. हम यह भी बता सकते हैं की खाईवाल कोलकाता की किस होटल में बैठकर सट्टे का नेटवर्क संचालित कर रहे हैं. क्या यह भी पुलिस से छिपा हो सकता है ?
