🔱टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤 न्यूज 🌍 रायगढ़ छत्तीसगढ़ 🏹… पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर देश के नागरिकों हिंदुओं मुसलमान को भड़काने का कार्य चल रहा है. हिंदूवादी संगठन पाकिस्तान का विरोध कर रहे हैं तो वही कट्टरपंथी अंदर ही अंदर पाकिस्तान की खैर मना रहे हैं. यदि हिंदुस्तान और पाकिस्तान में युद्ध छिड़ जाएगा तो संभवत गृह युद्ध शुरू हो जाएगा. जिसमें एक तरफ मुसलमान और क्रिश्चियन रहेंगे तो दूसरी तरफ हिंदू और सिक्ख रहेंगे. हिंदुओं का साथ देने का इतिहास सिक्खों के नाम है. जब जब हिंदुस्तान पर विपत्ति आई तब तब सिक्ख जाति हिंदुओं की मदद में आगे आई.
युद्ध होना मतलब देश का पिछड़ना होगा… पाकिस्तान को अकेला समझकर युद्ध छेड़ देना देश के लिए मुसीबत बन सकता है क्योंकि पाकिस्तान को चीन का एवं लगभग 30 मुस्लिम देशों का पाकिस्तान को पूरा समर्थन दिया जा सकता है. जिस वजह से युद्ध में भारत का नुकसान पाकिस्तान की अपेक्षा बहुत ज्यादा हो सकता है. युद्ध हो जाने पर देश की आर्थिक व्यवस्था आगामी कई दशकों तक के लिए चरमरा जाएगी. एक दिन के युद्ध में करोड़ों,अरबों रुपए गोला, बारूद,लड़ाकू हेलीकॉप्टर, हवाई जहाज,मिसाइल के इस्तेमाल में फूंक दिए जाएंगे. देश में न जाने कितने महानगरों पर मिसाइल गिर सकती है ? न जाने कितने जवान शहीद हो सकते हैं ? हो सकता है युद्ध के समय देश को ब्लैक आउट का सामना करना पड़ जाए. देश के प्रमुख शहरों में रात के समय ब्लैकआउट किया जा सकता है ? वैसी स्थिति में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो जाएगा. कितने के सुहाग उजड़ जाएंगे ? किस्म के भाई बिछड़ जाएंगे ? किसानों के माता-पिता अकेले हो जाएंगे ?
ब्लैक मार्केटिंग अवसरवादी मौका नहीं चूकेंगे.. युद्ध होने के आगाज पर ब्लैक मार्केटिंग करने वालों के द्वारा खाद्य सामग्रियों, अति आवश्यक सामग्रियों, दवाइयां का भंडारण कर लिया जाएगा,जिसे ओने पौने दामों पर बेचकर अवसर का लाभ उठाया जाएगा. बड़ी-बड़ी कंपनियों के काम रुक जाएंगे, स्कूल कॉलेज बंद हो जाएंगे, ट्रेन बस हवाई जहाज का परिचालन बंद कर दिया जाएगा. देश में आपातकाल कर्फ्यू जैसी स्थिति बन सकती है. युद्ध होने पर सब की नींद उड़ जाएगी क्योंकि किस देश की मिसाइल किस शहर गांव में जाकर गिरेगी इसका अंदाजा लगाना मुश्किल होगा. गोला बारूद के उपयोग की वजह से पर्यावरण को भयंकर नुकसान होगा. प्रकृति का स्वर्ग क्या कहे जाने वाले जम्मू कश्मीर शिमला श्रीनगर का क्या हाल होगा ? यह सब सोच समझ कर युद्ध की रणनीति बनानी चाहिए क्योंकि युद्ध होने की दिशा में सर्व संपन्न,आर्थिक दृष्टि से मजबूत देश को भी आर्थिक संकट से गुजरना पड़ता है.
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पाकिस्तान के विषय में एक शब्द बोलते हैं तो उनके भक्त चार शब्द बोलते हैं. इसी वजह से सन 2014 के बाद हिंदू और मुसलमान में कटुता बढ़ते जा रही है. उधर हैदराबाद एक जहर उगलने वाले ओवैसी का भाजपा सरकार कुछ नहीं बिगाड़ पाई और सपना देख रहे हैं पाकिस्तान और उनके समर्थित देश से युद्ध करने का छोटे छोटे देश नेपाल और श्रीलंका को भारत जवाब नहीं दे पाया तो पाकिस्तान को क्या जवाब दे पाएगा यह सोचनीय विषय है. एक तरफ हिंदुस्तान पाकिस्तान में आपसी मन मुटाव बढ़ता जा रहा है तो दूसरी तरफ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार में होने वाले चुनाव की रैलियां में शामिल हो रहे हैं और अपने मन की बात कार्यक्रम को चल रहे हैं. मोदी के कार्यों को देखकर लगता है कि मोदी को देश की जरा सी भी फिक्र नहीं है. उनका मकसद यही है कि किसी भी तरह से बिहार में भाजपा की सरकार आ जाए. भले ही हिंदुस्तान पाकिस्तान का युद्ध क्यों ना हो जाए.