🔱टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤 न्यूज 🌍 रायगढ़ छत्तीसगढ़ 🏹… रायगढ़ शहर जिले के रहने वाले अंतर्राजीय ठगो की जुगल जोड़ी ने घूम घूम कर पूरे प्रदेश के कई जिलों में ठगी को अंजाम देने वाले रंजीत और सुदीप के कारनामें प्रिंट मीडिया इलेक्ट्रॉनिक मीडिया वेब मीडिया सोशल मीडिया पर लगातार प्रसारित होने के बावजूद रायगढ़ पुलिस के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी है. रंजीत और सुदीप के समाचार को पढ़ने,देखने की अपेक्षा नजर अंदाज किया जाना पुलिस की कार्यशाली पर प्रश्न वाचक चिन्ह खड़े कर दिए गए हैं. दो-चार दिनों में इन ठगो को गिरफ्तार करने पुलिस के आला अधिकारियों के द्वारा मीडिया के सामने बयान देने के बावजूद पुलिस ना ही आरोपियों का पता कर पाई और ना ही उनको गिरफ्तार कर पाई.
पुलिस को अपनी होने वाली किरकिरी एवं फजीहत से कोई मतलब नहीं है
पिछले 45 दिनों से करोड़ों की ठगी कर तथाकथित पत्रकार रंजीत चौहान एवं बाद में उसका साथी सुदीप मंडल अपने खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज होते ही फरार हो गए. दुर्भाग्य की बात यह है कि रायगढ़ पुलिस जो बड़े-बड़े ठगो को जामताड़ा,झारखंड, बिहार, यू पी,महाराष्ट्र, उड़ीसा, देश के अनेक प्रांतो से गिरफ्तार कर लाने का दावा करती है और अपनी पीठ थपथपवाती है. ऐसे में कुकरी उड़ान की जितनी दूर रहने वाले स्थानीय ठगो को पकड़ने में सुपर डुपर फ्लॉप क्यों हो रखी है.
अभी इन दोनों के खिलाफ कई मामले और दर्ज होने वाले हैं यदि पुलिस पीड़ितों का साथ दे तो ? इस मामले को लेकर रायगढ़ पुलिस की किरकिरी और फजीहत इससे पहले और इससे ज्यादा कभी नहीं हुई थी. उक्त मामला छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी, छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक, बिलासपुर संभाग के पुलिस महानिरीक्षक आदि के संज्ञान में होने एवं उनके आदेश देने के बावजूद रंजीत और सुदीप को नहीं पकड़ना मुख्यमंत्री विष्णु देव साय,छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा चलाए जा रहे सुशासन तिहार की असफलता का इससे बड़ा जीता जाता उदाहरण नहीं मिल सकता.
रायगढ़ पुलिस ने दिया अग्रिम जमानत करवाने का अवसर
पुलिस ने रंजीत और सुदीप को अग्रिम जमानत करवाने का भरपूर अवसर प्रदान कर दिया था. जिसका लाभ उठाते हुए रंजीत ने 420 के एक मामले और 318 के एक मामले में माननीय उच्च न्यायालय से अग्रिम जमानत प्राप्त कर ली. इसी तरह सुदीप मंडल ने भी 420 34 के मामले में अपनी अग्रिम जमानत करवा ली है. चक्रधर नगर थाने के पूर्व थानेदार प्रशांत राव अहेर ने अपने तबादला होने से पूर्व एक अच्छा कार्य किया कि रंजीत चौहान पर 467,468,471 का मामला कायम कर दिया. जो की शासकीय दस्तावेजों, सील,मोहर, हस्ताक्षर, का दुरुपयोग करना है. यह मामला गैर जमानती है. इस मामले में रंजीत को सलाखों के पीछे भेजना ही पड़ेगा. यदि रायगढ़ पुलिस में दृढ़ इच्छा शक्ति हो तो, अन्यथा मामला पेंडिंग पड़ा रहेगा.