🔱टिल्लू शर्मा ✒️ टूटी कलम 🎤 न्यूज 🌍 रायगढ़ छत्तीसगढ़ 🏹.. दो वर्ष पहले अपने चहेते अंतरराजीय ठग रंजीत चौहान और सुदीप मंडल के खिलाफ ठगी के आवेदन मिलने के बावजूद रायगढ़ पुलिस के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करते हुए इन दोनों को करोड़ों रुपए की ठगी करने के लिए 2 साल तक खुला छोड़ दिया था. यदि शुरू में ही इनके ऊपर कार्रवाई कर दी जाती तो मामला करोड़ों रुपए तक में नहीं पहुंचता और ना ही अन्य लोग इनकी ठगी का शिकार बनते. साफ जाहिर होता है कि इनको ठग बनाने में पुलिस ने पूरी छूट प्रदान की थी. पीड़ितों के द्वारा जब रायपुर बिलासपुर जाकर बड़े अधिकारियों से निवेदन कर आवेदन दिया तो उसे पर कछुआ चाल से करवाई शुरू की गई. मीडिया के द्वारा इन ठगराजो के ठगी से संबंधित समाचार चलाये जाने के बावजूद पुलिस पर कोई असर नहीं हुआ.
आईजी संजीव शुक्ला ने लिया संज्ञान.. पीड़ितों के द्वारा पुलिस कार्रवाई से नाराज होकर बिलासपुर रेंज महानिरीक्षक से पत्र व्यवहार करते हुए लगभग आधा दर्जन लोगों ने अपनी शिकायतें पहुंचाई.जिसके बाद पुलिस ने हरकत में आते हुए. रंजीत और सुदीप के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया. मगर केवल एक मामले में गैर जमानती अपराध दर्ज किया गया बाकी मामलों में 420 34 जैसी धाराएं लगाकर रंजीत को बचाने का जुगाड़ बैठा दिया गया. बताया जा रहा है कि रंजीत को फरार करवाने में भी पुलिस का योगदान रहा था.
प्रेस कांफ्रेंस के नाम पर सफल लीपापोती कर दी गई.. ठग रंजीत को पुलिस ने उड़ीसा से गिरफ्तार कर रायगढ़ लाया गया और मेहमान की तरह से रखा गया. जहां छोटे-छोटे अपराध के आरोपियों को लॉकअप में बंद करके रखा जाता है और फर्श पर बैठाया जाता है. मगर रंजीत बका द स्टूल पर बैठाया गया. पीने के पानी के रूप में बिसलेरी दी गई. पंखे और कुलर की हवा खिलाई गई. चेहरे को ढकने के लिए स्कार्फ दिया गया. प्रेस कॉन्फ्रेंस का समय 4:00 बजे एवं स्थान पुलिस कंट्रोल रूम में निर्धारित था किंतु बाद में अचानक से स्थान बदलकर साइबर सेल कर दिया गया. जब पत्रकार साइबर सेल पहुंचे तो ना उनको बैठना नसीब हुआ ना पानी पीना नसीब हुआ. साइबर सेल में बैठने के लिए कुर्सीयां भी नहीं थी छोटी सी जगह पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करना असंभव था. इसलिए सब बाहर खड़े रहे. आरोपी के बारे में पूछने पर बताया गया कि उसे जेल भेज दिया गया है. यह सुनकर मीडिया वालों का मूड उखड़ गया एवं उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस का बहिष्कार कर दिया 4:30 बजे नगर पुलिस अधीक्षक के पहुंचने पर नाराजगी जताते हुए सभी एक स्वर में बोले कि हम यहां आरोपी की फोटो लेने एवं उसे देखने आए हैं ना की पुलिस की फोटो खींचने एवं वीडियो बनाने आए हैं. पुलिस के द्वारा छोटे से छोटे मामले का खुलासा पुलिस अधीक्षक के द्वारा किया जाता है किंतु इतने बड़े और अहम मामले में उनकी उपस्थिति नहीं समझ से परे है.हम पुलिस की प्रेस वार्ता का बहिष्कार करते हैं और अनिश्चितकाल के लिए पुलिस के द्वारा दिए भेजे जाने वाले डी एस आर को प्रसारित नहीं करेंगे. कल बिलासपुर रेंज आईजी के आने पर रायगढ़ पुलिस की कार्यशैली की शिकायत की जाएगी. यह बोलते हुए सारे पत्रकार साइबर सेल एवं चक्रधर नगर थाने की जद से बाहर चले गए.
पुलिस के समोसा चाय को त्याग दिया गया. पत्रकारों के लिए मांगे गए समोसे,चिप्स, चाय को पुलिस वालों को ही खाना पीना पड़ गया. बाहर आकर सभी ने एक स्वर में रणजीत चौहान की गिरफ्तारी के हीरो बने टिल्लू शर्मा से चाय नाश्ता करवाने के लिए कहा गया. जिस पर टिल्लू शर्मा ने अपनी सहमति देते हुए पूरा होटल फ्री करवा दिया गया. जहां लस्सी, कोल्ड ड्रिंक,समोसा,बड़ा,भजिया, सभी ने अपनी पसंद के अनुसार नाश्ता आदि किया. टिल्लू शर्मा ने कहा कि हमारी एकता बनी रहनी चाहिए और गर्मी कम होते ही इको पार्क में वन भोज का उनकी तरफ से आयोजन किया जाएगा. जिसमें जिसको जो खाना होगा उसके लिए वही बनवाया जाएगा जो उसको पसंद होगा.