🔱टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤 न्यूज 🌍 रायगढ़ छत्तीसगढ़ 🏹.. सन 2025 के लगते साथ ही रायगढ़ पुलिस की तरफ आम लोग उंगली उठाने लगे हैं. जिसका कारण पुलिस के द्वारा गंभीर मामलों में कोताही बरतना, गुंडे मवाली अपराधी तत्वों को संरक्षण प्रदान करना बताया जाता है. पान दुकानो, चाय दुकानों, मिक्सर,मुर्रा, मूंगफली ठेलों,होटल रूपी गुमटियां, चकना सेंटरो, सब्जी मंडी, सभी सार्वजनिक स्थानों पर रायगढ़ पुलिस के विषय में लोगों के द्वारा आपस में बात करते हुए सुना जा सकता है. लोग कहने लगे हैं कि अभी की पुलिस का गिरता स्तर आज से पहले कभी नहीं देखने को मिला था. शहर के चारों थानों को प्रधान आरक्षकों एवं सब उप निरीक्षकों के द्वारा अपने तौर तरीको से चलाया जा रहा है. उनकी इच्छा रहने पर अपराध कायम किया जाता है और इच्छा नहीं रहने पर पीड़ितों को इतना अधिक घुमा दिया जाता है कि पीड़ित थक हार कर रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाने में ही अपनी भलाई समझता है. इस वजह से थानों में मामले आने कम होते जा रहे हैं.
कमल उरांव की नहीं लिखी गई आज तक रिपोर्ट. ठगराज रंजीत और सुदीप की ठगी का शिकार बने मधुबन पर निवासी कमल उराव ने बताया कि उसके साथ इन दोनों के द्वारा 6 लाख 60,000 रुपए की नगद राशि सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठग ली गई थी. जिसे मांगने पर रंजीत के द्वारा हर हमेशा अलग-अलग बैंकों का चेक दिया जाता रहा और भी चेक लगातार बाउंस होते रहे. जिस वजह से उसने पुलिस का सहारा लेना चाह और पुलिस में रिपोर्ट लिखवानी चाहिए तो उससे लिखित आवेदन लेकर कार्रवाई करने एवं एफ आई आर लॉन्च करने का आश्वासन दिया जाता रहा परंतु आज दिनांक तक उसकी एफ आई आर लॉन्च नहीं की गई है.
रंजीत की गिरफ्तारी से जागी आस
अंतरराजीय ठग रंजीत को रायगढ़ पुलिस के द्वारा नाटकीय तरीके से गिरफ्तार कर बगैर मीडिया के सामने लाए जिला जेल भेज दिया गया. जबकि यही पुलिस 1 किलो गांजा 5 लीटर शराब,साइकिल चोर,बकरी चोर, कबाड़ बनाने वालो को पकड़ कर प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर देती है और आरोपी को बहुत बड़े अपराधी के रूप में प्रस्तुत कर दिया जाता है. मीडिया के माध्यम से कमल को रंजीत के गिरफ्तारी होने के समाचार मिलने पर वह फिर से सिटी कोतवाली जाकर रिपोर्ट दर्ज करवाना चाह रहा है. उसने कहा है कि यदि उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की जाएगी तो वह बिलासपुर रेंज आईजी से उक्त मामले की शिकायत करेगा और अपने रकम की वापसी दिलवाने का निवेदन करेगा.