🔱टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤 न्यूज 🌍 रायगढ़ छत्तीसगढ़ 🏹 आज छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी का जन्मदिन बहुत धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस धूमधाम के पीछे बहुत लंबे संघर्ष की कहानी है. जिसे मैंने चौधरी के मुख से अनेक स्थानों पर अपनी मां की तारीफ के रूप में सुना है.
चौधरी बताते हैं कि उनके पिता सरकारी स्कूल में शिक्षक थे और जब मैं छोटा था तो पिता का साया सर से हट गया था. तब मेरी मां ने मेरी परवरिश करने की और पढ़ने लिखने की जिम्मेवारी उठाई थी जिसके लिए मेरी माता बहुत मेहनत करती थी मेरी माता केवल चौथी क्लास तक शिक्षित थी किंतु उनके मन में यह चाह रही थी मेरा बेटा पढ़ लिखकर योग्य इंसान बन सके. पिताजी की पेंशन से घर का खर्च चलता था और मैं बच्चों को ट्यूशन पढ़कर अपनी पढ़ाई का खर्च निकाला करता था. उस समय मेरा मन इंजीनियर बनने का था. मगर जब एक दिन गांव में जिला कलेक्टर आए तो उनका रुतबा देखकर मैंने अपना मन बदल लिया और कलेक्टर बनने के लिए संकल्प ले लिया. इसके बाद मैं कलेक्टर बनने के लिए क्या जरूरी होता है उसे विषय में बनना शुरू कर दिया. यूपीएससी तैयारी की पुस्तके बहुत महंगी आती थी और उसे लेने के लिए मुझे बिलासपुर जाना पड़ता था.
चौधरी ने बताया कि एक बार उनका मन आई ए एस ट्रेनिंग सेंटर देखने का हुआ तो वे मसूरी चले गए. जब मैं ट्रेनिंग सेंटर में घुस रहा था तो मुझे सिक्योरिटी गार्ड ने रोक दिया और अंदर जाने नहीं दिया. उस दिन मैंने मन में ठान लिया था कि अब मुझे कलेक्टर ही बना है ताकि जो गार्ड मुझे रोक रहा है कल वही मुझे सेल्यूट किया करेगा. संघर्ष के साथ मैंने अपनी आई ए एस की तैयारी जारी रखी. जिसमें मुझे मेरी मां का सहयोग और आशीर्वाद मिलता रहा. आई ए एस के एग्जाम में मैं पूरे छत्तीसगढ़ में टॉप पर सफल हुआ. इसके बाद का संघर्ष आपको मालूम है और रायगढ़ विधानसभा की जनता के आशीर्वाद से मैं विधायक बना और मेरी काबिलियत देखते हुए राष्ट्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुझे छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल के अनेक विभाग देकर मुझ पर भरोसा जताया. मेरा उद्देश्य रायगढ़ जिले का विकास के साथ ही पूरे प्रदेश का विकास करना है.








