🔱टिल्लू शर्मा ✒️टूटी कलम 🎤 न्यूज 🌍 रायगढ़ छत्तीसगढ़ 🏹..आई ए एस ब्रेन पूर्व कलेक्टर वर्तमान में रायगढ़ के विधायक प्रदेश के कद्दावर भाजपा नेता वित्त, आवास,पर्यावरण,योजना, सांख्यिकी,मंत्री ओपी चौधरी ने चुनावी घोषणा पत्र में स्पष्ट कर दिया था कि उनके जीतने के बाद रायगढ़ को एक नई दिशा दी जाएगी. विकास के अनेक ऐसे कार्य करवाए जाएंगे. जो लोगों की कल्पनाओं से बहुत दूर होंगे. ओपी चौधरी ने चुनाव जीतने के बाद शहर की सभी सड़कों का जिस तेजी से कायाकल्प करवाया है. यह अपने आप में एक मिसाल है. सड़कों का कब टेंडर हुआ ? कब कार्य शुरू हुआ ? कब खत्म हो गया ? इसकी भनक किसी को नहीं लग पाई और ना ही कोई विरोध प्रदर्शन हो पाया. यह ओ पी चौधरी के कार्य करने की शैली है. शहर के हृदय स्थल इतवारी बाजार के मैदान में ऑक्सीजोन का निर्माण कार्य तेजी से जारी है. कभी इस स्थान पर मीना बाजार लगने, साप्ताहिक सब्जी बाजार लगने का विरोध करने वालो के मुंह से ऑक्सीजोन का विरोध करने के लिए एक शब्द भी नहीं निकला. क्योंकि सबको मालूम है कि ओपी चौधरी के विकास कार्यों का विरोध करने पर क्या परिणाम भोगा जा सकता है. इसी तरह ओपी चौधरी के ड्रीम प्रोजेक्ट नालंदा परिसर का भी निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है. ओ पी के द्वारा शुरू करवाए गए विकास कार्यों की मॉनिटरिंग जिला कलेक्टर, नगर पालिका निगम आयुक्त अनुविभागीय अधिकारी कर रहे है.
भारी बवाल के बीच शुरू हुआ प्रगति नगर की प्रगति का कार्य.. कई माह पूर्व ओपी चौधरी ने नया शनि मंदिर से लेकर छठ घाट तक चौथे मरीन ड्राइव बनवाने की घोषणा कर दी गई थी. जिसमें नदी मद की भूमि पर सैकड़ो लोगों के द्वारा अतिक्रमण कर अपने पक्के आशियाना तक तान दिए गए थे. प्रतिवर्ष बारिश के समय अनेक लोगों के द्वारा अतिवृष्टि का लाभ उठाया जाता रहा है. स्लम क्षेत्र और घनी बस्ती होने की वजह से किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि उक्त बस्ती जमीदोज कर दी जाएगी. निगम प्रशासन के द्वारा पूरे क्षेत्र का नाप जोक कर 295 परिवारों को अपने अतिक्रमण हटाने का नोटिस जारी कर दिया था किंतु ओवर कॉन्फिडेंस में रहे लोगों ने नोटिस का जवाब देना या न्यायालय की शरण लेना मुनासिब नहीं समझा. तीन-चार नोटिस जारी होने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला और बुलडोजर चलाने की तारीख आ गई. विकासशील,दृढ़ इच्छा शक्ति से लबरेज विधायक ओपी चौधरी के द्वारा नगर पालिका निगम एवं पुलिस प्रशासन को कड़े शब्दों में हर हाल में प्रगति नगर में बुलडोजर चलाने के आदेश दे दिए थे. बुलडोजर चलने के कुछ घंटे पहले प्रभावित होने वाले परिवारों को भड़काकर देर रात जिला कलेक्टर बंगले का घेराव करने की समझाइए दे दी थी ताकि सुबह से शुरू होने जा रहे तोड़फोड़ का कार्य को प्रभावित किया जा सके. मगर ऊर्जावान कलेक्टर ने दो टूक में बता दिया की सरकारी आदेश है जिसे रोका नहीं जा सकेगा. इसी तरह जिला पुलिस अधीक्षक को पर्याप्त पुलिस बल के साए में समय पर कार्य शुरू करने के आदेश दे दिए गए.
पुलिस से झूमा झटकी, हल्के बल प्रयोग के बाद शुरू हुआ कार्य.. अपने सुप्रीमो ओपी चौधरी के आदेश मिलने के बाद जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन निगम प्रशासन में ऊर्जा का संचार हुआ. जिस वजह से इन सब विभाग के अधिकारी कर्मचारी दुगुने जोश के साथ ओपी चौधरी के आदेश का पालन करने में लग गए. अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए ओपी चौधरी ने आसपास के जिलों से पुलिस बल उपलब्ध करवा दिया था. पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश मरकाम, साइबर सेल प्रभारी अनिल विश्वकर्मा, यातायात डीएसपी सुशांतो बनर्जी,उत्तम प्रताप सिंह शहर के चारों थाना प्रभारी,सैकड़ो पुलिस कर्मी,महिला पुलिस बल तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू करने के नियत समय पर प्रगति नगर पहुंच गए थे. जिन्होंने कार्य में बाधा डालने वालो को बलपूर्वक रोका और ऐतिहातन उन्हें पुलिस वाहनों में भरकर अज्ञात स्थान भेज दिया गया. ऐसी संभावना जताई जा रही है कि कार्य का विरोध करने वालों पर भविष्य में अनेक मामले पुलिस में दर्ज किया जा सकते हैं.
कांग्रेसियों ने बनाई दूरी.. ओपी चौधरी के विकास कार्यों का विरोध करने की हिम्मत कांग्रेसी नहीं जुटा पा रहे हैं. जिसका सबसे बड़ा कारण कांग्रेसियों के द्वारा संचालित अवैध कार्य बताया जा रहा है. कोयला, कबाड़, शराब, गांजा, भू माफिया, जुआ,सट्टा,ठेकेदारी, ट्रांसपोर्टिंग, आदि कार्यों में लिप्त रहने की वजह से कांग्रेसियों के मन में ओपी चौधरी के नाम का डर समाया रहता है. इसलिए कांग्रेसी धरना प्रदर्शन विरोध के स्थान पर दिखावे के रूप में प्रेस विज्ञप्ति जारी करना ज्यादा सुलभ,सुरक्षित मानते हैं.