🔱 टिल्लू शर्मा ✒️ टूटी कलम 🎤 न्यूज 🌍 रायगढ़ छत्तीसगढ़ 🏹 प्रदेश के अस्पतालों में डॉक्टरों, नर्सों, कंपाउंडरों, वार्ड बॉय,आदि लोगों को मीडिया के द्वारा मरीज के विषय में पूछताछ परेशान किए जाने की वजह से प्रदेश सरकार ने मीडिया वालों को किसी भी तरह की जानकारी देने पर रोक लगा दी है. अस्पतालों में प्रतिदिन नए नए चोंगे वाले पार्क समझकर 24घंटे घूमते रहते हैं. जिस वजह से अस्पताल के कर्मचारियों अधिकारियों एवं मरीजो को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. कुछ स्थानों पर इन लोगों के द्वारा नर्सों के साथ छेड़छाड़ करने के मामले भी आए हैं. अब किसी भी मरीज की जानकारी केवल चिकित्सालय के पी आर ओ के द्वारा दी जाएगी.वह भी जानकारी उचित होने पर

किसी भी तरह की वीडियो ग्राफी एवं फोटोग्राफी करने से पहले सक्षम अधिकारी से अनुमति प्राप्त करनी होगी. अस्पताल प्रबंधन के द्वारा गंभीर मामलों की जानकारी प्रेस विज्ञप्ति या प्रेस कांफ्रेंस के द्वारा दी जाएगी.

अक्सर यह देखा जाता है कि कोई भी अदना सा मीडिया वाला अस्पताल में घुसकर वीडियो एवं फोटो बनाता है और उसको वायरल कर बदनामी करता है अपुष्ट जानकारियां मीडिया में फैलाकर भ्रम पैदा कर देता है. डॉक्टर के द्वारा जानकारी नहीं देने पर उनके साथ अभद्रता की जाती है.
