छत्तीसगढ़ प्रदेश में नंबर वन की तरफ बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है टूटी कलम वेब पोर्टल न्यूज़, जिसमें आप लोगों की सहभागिता है, टूटी कलम आप लोगों के सहयोग से विश्वसनीय, निष्पक्ष, निर्भीक,बेबाक पत्रकारिता के रूप में अपनी पहचान बना चुका है. हमारे समाचार चाटुकारिता,चापलूसी, कॉपी पेस्ट से काफी दूर होते है क्योंकि हम पेट भरने, उगाही करने, वसूली करने, धमकी चमकी देने, ब्लैकमेलिंग करने के लिए,पत्रकारिता नहीं करते हैं. हमारा मकसद सच्चाई को उजागर करना, जनहित में समाचार प्रसारित करना, समस्याओं की ओर सरकार एवं प्रशासन का ध्यान आकर्षण करवाना है.”परशुराम वंशज, रावण भक्त, चाणक्य से प्रेरित, माता सरस्वती का उपासक,कलम का मास्टरमाइंड “टिल्लू शर्मा “किसी के परिचय का मोहताज नहीं है. मैं जो भी लिखूंगा सच लिखूंगा सच के सिवा कुछ नहीं लिखूंगा. हम जहां पर खड़े होते हैं. वहां मैटर बड़े होते हैं.
🔱टिल्लू शर्मा टूटी कलम 🎤 न्यूज 🌍 रायगढ़ छत्तीसगढ़ 🏹…. 2 वर्षों पूर्व हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा का स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद अग्रवाल समाज के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई थी क्योंकि उन्हें लग रहा था कि छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल में तीन से चार मंत्री पद मिलेगा. अग्रवाल समाज के कई कद्दावर नेता विधायक बनकर विधानसभा में पहुंचे थे. मगर राजनीति के चतुर सुजान लोगों ऐसा ताना बाना बु कि छत्तीसगढ़ के कद्दावर भाजपा नेता रायपुर विधायक अग्रवाल समाज के बृजमोहन अग्रवाल को प्रदेश की राजनीति से दूर करते हुए उन्हें सांसद बनाकर दिल्ली भेज दिया गया. इसी तरह राजेश अग्रवाल, अमर अग्रवाल, राजेश मूणत आदि को मंत्री पद से वंचित रखा गया. पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल कैबिनेट मंत्री बनने के लिए लगातार छटपटा रहे हैं पिंटू प्रत्येक बार कोई ना कोई बहाना करते हुए मंत्री मंडल का विस्तार रोक दिया जाता है.
राजेश अग्रवाल की उम्मीदें जगी… कभी कांग्रेस के स बाबा के खासम खास,सबसे करीबी राजेश अग्रवाल ने कांग्रेस से दूरी करते हुए भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा और अपने गुरु टी एस बाबा को चुनाव में हरा दिया था. शायद इसी कारण से राजेश अग्रवाल को मंत्रिमंडल में शामिल करने का बाजार गर्म है. राजेश अग्रवाल को वित्त मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, महिला बल एवं विकास मंत्रालय, आदि में से कोई एक मंत्रालय दिया जा सकता है. वहीं दूसरी तरफ गजेंद्र यादव को मंत्री पद दिए जाने की अटकलें तेज हो गई है.
पिछले दिनों प्रदेश भाजपा के पदाधिकारी की घोषणा की गई.. जिसमें किसी भी अग्रवाल को कोई जिम्मेवारी नहीं दी गई और उनके पर काट दिए गए हैं. छत्तीसगढ़ भाजपा में रायगढ़ के कद्दावर नेता विधायक वित्त मंत्री ओपी चौधरी की तूती बोलती है और प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव सहाय का भी रायगढ़ से नाता रहा है. इसके बावजूद भी रायगढ़ जिले से किसी सिंगल नाम को भी प्रदेश स्तर में जगह नहीं दी गई है. रायगढ़ के भाजपा नेताओं के पास अभी भी सोचने समझने का समय है कि उन्हें नेतागिरी करनी है या फिर जी हजूरी करके ही संतुष्ट होना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ फोटो खिंचवाने वाले और मुख्यमंत्री के अज्ञातवास के समय उनका साथ देने वाले सभी लोगों को प्रदेश भाजपा से दूर रखना समझ से परे है.


