नंबर वन की तरफ तेजी से बढ़ रहा *टूटी कलम समाचार* पत्रकारिता करना हमारा शौक है, जुनून है, आदत है, दिनचर्या है, कमजोरी है,लगन है,धुन है, पागलपन है ,पत्रकारिता करना हमारे पेट भरने का साधन नहीं है, और ना ही ब्लैकमेलिंग, धमकी,चमकी,देकर, विज्ञापन के नाम पर उगाही,वसूली करने का लाइसेंस मिला हुआ है, संपादक टिल्लू शर्मा लेखक, विश्लेषक, कवि,व्यंगकार,स्तंभकार, विचारक, माता सरस्वती का उपासक,परशुराम का वंशज,रावण भक्त,कबीर से प्रभावित,कलम का मास्टरमाइंड, सही और कड़वी सच्चाई लिखने में माहिर, जहां से लोगों की सोचना बंद कर देते है हम वहां से सोचना शुरू करते है, टिल्लू शर्मा के ✍️समाचार ज्यों नाविक के तीर,🏹 देखन म छोटे लागे, घाव करे गंभीर, लोगों की पहली पसंद टूटी कलम समाचार बन चुका है, सरकार एवं जिला प्रशासन का व्यवस्थाओं समस्याओं पर ध्यान आकर्षण करवाना हमारा पहला कर्तव्य है
🔱चंद्रकांत (टिल्लू) शर्मा ✍️टूटी कलम🎤 न्यूज रायगढ़🌍 छत्तीसगढ़🔱 11 सितंबर को खरसिया कोतवाली थाने से कुछ दूर स्थित ग्राम ठुसेकेला के ग्रामीणों ने थाना पहुंचकर बताया कि उनके गांव में मानव शरीर की दुर्गंध फैली हुई है और ग्रामीण बुधराम के घर के बाहर खून के धब्बे बिखरे हुए हैं। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर घर के अंदर घुसती है तो उन्हें एक कमरे में खून के धब्बे मिलते हैं और दूसरे कमरे में गड्ढा खोदने के निशान पाए जाते हैं. पुलिस के द्वारा ग्रामीणों से पूछताछ करने पर मालूम चलता है कि उक्त घर में पांच लोग रहते है. लेकिन मौके पर कोई भी मौजूद नहीं होता है. जिसकी सूचना रायगढ़ पुलिस अधीक्षक को देखकर मार्गदर्शन मांगा जाता है. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल डॉग स्क्वायड फॉरेंसिक टीम को रवानगी का आदेश देते हुए स्वयं खरसिया जा पहुंचते हैं. उधर से बिलासपुर संभाग पुलिस महान निरीक्षक संजीव शुक्ला भी बिलासपुर से खरसिया आ जाते हैं.
डॉग स्क्वाड घटना स्थल से सूंघ कर लखेश्वर के घर के बाहर ठीठक जाता है. तब पुलिस उससे पूछतच्छ करती है. जिसे अपना जुर्म कबूल करते हुए जो बयान दिया वह काफी हैरत में डालने वाला है.
आरोपी लखेश्वर ने बताया कि उसका विवाद बुधराम से चल रहा था क्योंकि वह बुधराम के घर के पीछे की बाड़ी खरीदना चाह रहा था। जिसके लिए बुधराम तैयार नहीं था। इसी बीच लखेश्वर का बेटा बुधराम के घर में चोरी करता है और मामला पुलिस में पहुंच जाता है। बस यही से ही दोनों परिवार के बीच झगड़ा लड़ाई मन मुटाव होना शुरू हो जाता है। 9 सितंबर को लखेश्वर बुधराम को शराब के नशे में चूर देखता है तो उसके मन में शैतान जाग उठता है। लकेश्वर अपने घर जाकर धारदार कुल्हाड़ी ले आता है और सोते हुए पूरे परिवार पर ताबड़तोड़ वार करके उनकी हत्या कर देता है। मृतकों के शव इस घर के अलग कमरे में दफनाने के लिए फावड़ा से जमीन खोदता है किंतु जमीन सख्त होने की वजह से अपने कार्य में सफल नहीं हो पता है।
तब वह उनकी मृत् देह को घसीट कर बुधराम के घर के पास बने गोबर कुंड में फेंकने की कोशिश करता है सफल न होने पर वह अपने 10 वर्षीय पुत्र को ले आता है। इसके बाद पिता पुत्र दोनों मिलकर पांच लाशों को गोबर कुंड में फेंक देते हैं.
इस पूरे कांड में खरसिया पुलिस की पेट्रोलिंग की भूमिका पर प्रश्न खड़े हो गए हैं 2. घटनास्थल से कोतवाली थाना महज डेढ़ किलोमीटर ही दूर है। 3. बीच में पुलिस कॉलोनी है 4. जिस गांव में हत्या हुई है उसे गांव के कुछ लोग पुलिस विभाग में ही कार्यरत है. 5. ऐसा कहीं नहीं देखा गया है कि कोतवाली थाना शहर से बाहर और चौकी शहर के अंदर होती है. 6. खरसिया पुलिस की कमजोरी पेट्रोलिंग की वजह से पूर्व में भी कई बड़े-बड़े अपराध घटित हो चुके हैं। स्वयं पुलिस वाले मारपीट का शिकार बन चुके हैं।








