पिछले लंबे समय से रायगढ़, सारंगढ़ बिलाईगढ़, सक्ती बाराद्वार,जशपुर जिले के सभी ब्लॉकों में पत्रकारिता, पुलिस, न्यूज़ चैनलो में समाचार प्रसारित कर देने के के नाम पर ग्रामीण क्षेत्रों के रहने वाले कुछ तथाकथित पत्रकारों ने संगठित होकर एक ग्रुप बना रखा है. जो सुबह नींद खुलती साथ अपनी माइक आईडी लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में जा पहुंचते हैं. जहां से किसी भी तरह की अवैध गतिविधियों, शासकीय भूमि पर अतिक्रमण, मुआवजा,जुआ,शराब आदि की जानकारी लेकर संबंधित व्यक्ति के पास जा पहुंचते हैं और डराते,धमकाते हुए. धन राशि की वसूली की जाती है. माइक आईडी दिखा कर अपना प्रभाव जमाने के सामने वाले से एक के बाद एक कई प्रश्न दागे जाते हैं। चार लोगों के प्रश्न से घबराकर व्यक्ति भयभीत होकर खबर न चलाने के नाम पर धनराशि देने के माध्यम से सौदेबाजी कर अपना पिंड छुड़ाने को उचित समझता है। सौदा खप जाने पर तथाकथित मीडिया वाले हजारों रुपए वसुल कर वापस आ जाते हैं और अपने-अपने गृह ग्राम रवाना हो जाते हैं. प्रताड़ित व्यक्ति पत्रकारों की जाति से भी भयभीत होकर चुप रह जाता है.
अवैध वसूली बहुत भयंकर रूप में की जा रही है जिस वजह से इन पत्रकारों के चेहरे दिनों दिन खिलते जा रहे हैं. सभी पुराने कपड़े पहनकर घूमने वाले इन दिनों ब्रांडेड कपड़े, ब्रांडेड जूते चप्पल पहने और महंगे मोबाइल,ऑटोमेटिक ब्लूटूथ, स्टैंडी, लेदर बैग लिए देखे जा सकते हैं। जो चेहरे पहले कभी काले हुआ करते थे। उनका रंग महंगी साबुन, क्रीम, पाउडर, शैंपू आदि से साफ होते जा रहे हैं। कभी खटारा मोटरसाइकिल में घूमने वाले अब एक साथ कार में घूमते पाए जाते हैं. प्रतिदिन कार में दूर दूर जाने पर पेट्रोल, खाना पीना,नाश्ता पानी पर कितना खर्च होता होगा ? क्या अच्छे से अच्छा पत्रकार भी इतना खर्च वहां करने में सक्षम होता है ? इस गिरोह की हमें शिकायते लगातार मिल रही है। जिस दिन भी किसी ने आगे बढ़ाने की हिम्मत दिखाने का साहस जुटा लिया जाएगा। उस दिन से ही हम उन्हें रंजीत,सुदीप के स्थान पर पहुंचाने के लिए पीछे नहीं रहेंगे. दो लोगों की लिखित शिकायत मीडिया चैनल को कभी भी की जा सकती है. बाकी स्वयंभू पत्रकार ब्लैकमेलिंग, अवैध वसूली,धमकी,चमकी, मानसिक यंत्रणा के मामले में अवश्य फंस जाएंगे जाति प्रस्तावना के शिकार बने व्यक्ति के द्वारा कभी भी सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या करने पर इन्हें कोई नहीं बचा सकता। ऐसे लोगों पर कभी भी ग्रामीण एकजुट होकर घातक हमला भी कर सकते हैं। जिसका परिणाम बहुत ही दुखद हो सकता है।








