रायगढ़——- जिला प्रशासन को धोखे में रखकर एक सभ्रांत,सुशिक्षित, उद्योगपति का 22 सदस्यीय परिवार हैदराबाद शादी में सम्मिलित होने रायगढ़ से सड़क मार्ग द्वारा झारसुगुड़ा एवं वहां हवाई मार्ग से हैदराबाद आवागमन किये थे। जो कि 16 तारीख को रायगढ़ पहुंचकर गुपचुप तरीके से रहने लगे थे। किसी की सूचना पर जांच के लिए उक्त परिवार के 2 लोगो के ब्लड सेम्पल लिये गये थे जो कि आशा के अनुरूप कोरोना पॉजिटिव पाये गये थे। जिला प्रशासन को गुमराह करने बाबत भगवानपुर के कोटवारिन के पुत्र ने इस परिवार के खिलाफ माहमारी अधिनियम के उलंघन की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। जिसपर तत्काल पुलिस में हरकत आई एवं अपराध दर्ज कर लिया गया साथ ही हैदराबाद से लौटे अन्य सभी लोगो के ब्लड सेम्पल लिए गए थे। जिनमें से आज एक ही दिन में 11 लोगो का ब्लड कोरोना संक्रमित पाया गया। ब्लड रिपोर्ट आते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया एवं स्वास्थ्य अमला, जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, निगम प्रशासन की टीमें फ्रेंड्स कालोनी जा पहुंची। पुलिस प्रशासन पूरी कालोनी को सील करने में लग गई तो स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमितों को कोविड 19 अस्पताल भेजने की तैयारी कर रही है तो निगम प्रशासन पूरी कालोनी को सेनेटाइज करने वाली है। पुलिस ने कालोनी वासी किसी भी सख्स को कालोनी से बाहर मूवमेंट न करने की सख्त हिदायत दी है।
शहर की सबसे पाश एवँ धनकुबेरों के निवास स्थली फ्रेंड्स कालोनी के चप्पे चप्पे पर खामोशी ने चादर ओढ़ ली है। एक परिवार की गलती का परिणाम पूरे कालोनी वासियो को भोगना पड़ रहा है। पूरी कालोनी में डर एवं दहशत कायम हो गई है। बरहाल हैदराबाद से कोरोना लेकर लौटे 22 लोगो की 16 तारीख के बाद क्या मूमेंट थी ? इन लोगो के सम्पर्क कितने लोगों से हुऐ ? उन लोगो के सम्पर्क में कितने लोग आये ? इनके उद्योग में कार्यरत कितने लोगों से ये लोग मिले ? फिर वे कितने लोगों से मिले ? यह एक बहुत बड़ी जांच का विषय बन गया है। जिस पर सरकारी महकमे को फूंक फूंक कर कदम रखना एवं भूसे में से सुई ढूंढने के समान कार्य करना पड़ेगा।