रायगढ़—— जिलाधीश की कार्यशैली को देखकर लगने लगा है कि शहर में बहुत कुछ परिवर्तन होगा। ये अलसुबह से उठकर निगम अमले के साथ शहर की साफ सफाई,नाली नालों की सुध लेने संकरी गलियों में पहुंचकर अधिकारियो को आदेशित कर रहे है। साथ ही मोहल्ले वासियो की समस्याओं से भी रूबरू होकर निदान करने के लिए मौखिक आश्वासन भी दे रहे है। संकरी गलियों से गुजरकर जब ये जनता जनार्दन के बीच पहुंचते है तो अपने बीच जिले के सबसे बड़े अधिकारी को अपने बीच देखकर जनता की खुशियों का कोई ठिकाना नही रहता।
कल पुराने माल धक्का रोड़ स्थित होटल श्री शिवम में रुके पेड क्वारेंटिंन युवक की लोकेशन होटल में न दिखाने पर प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया था। जिसकी जानकारी लगने पर जिलाधीश स्वंय वहां जा पहुंचे। तो बात सामने आई कि पुरी(ओड़िसा) का एक युवक शिवम होटल के कमरे में पेड क्वारेंटिंन बनकर रुका हुआ था। जिसके नाश्ते,भोजन की व्यवसाय शिवम होटल के द्वारा नही की गई थी जो कि कोविड19 के नियमो का सरासर उलंघन है। वह युवक कमरे से बाहर निकलकर बाजारों में घूमता फिरता भोजनालय एवं रेस्टोरेंट में खाता पीता था। उक्त बातें कलेक्टर ने सुनी तो उनका दिमाग गर्म हो गया। उन्होंने होटल के मालिक अभिषेक अग्रवाल एवं क्वारेंटिंन युवक को जमकर तड़ी दी एवं अनुविभागीय अधिकारी को उन दोनों पर तत्काल कार्यवाही करने के आदेश दिए। कलेक्टर के इस कार्य की सर्वत्र प्रशंसा हो रही है। होटल मालिक एवं यात्री युवक पर माहमारी अधिनियम की धारा 188,269,270 का मामला दर्ज किया जा सकता है। साथ ही अन्य कई धाराएं भी जोड़ी जा सकती है क्योंकि पेड क्वारेंटिंन होटलो की सूची मे होटल शिवम का नाम नही है। विदित रहे कि उक्त होटल का एवं विवादों का पुराना नाता रहा है। इस होटल में देहव्यवसाय, जुआ,क्रिकेट का सट्टा, शराबखोरी के लिये आसानी से कमरे उपलब्ध हो जाते है। इस होटल के कमरे में आत्महत्या आदि की घटना भी घट चुकी है। जिसका खुलासा शायद अब तक नही हो पाया है।