रायगढ़—— “जहां न पंहुचे फनकार वहां पहुंचे पत्रकार” यह अकाट्य सत्य है। जब पूरे प्रदेश की जनता लाकडाउन के भयाक्रांत के माहौल में हलाकान थी। तब खाकी की लॉटरी निकल पड़ी थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले माह की 17 तारीख के आसपास मादक प्रदार्थ गांजा की एक बड़ी खेप ओड़िसा से रायगढ़ जिले के सरहदी गांव बड़माल तक पहुंच गई थी। जिसकी भनक पुलिस को लगने पर पूरा माल पकड़ा गया था। गांजा किसी रसूखदार का था। झलमला गांव के आसपास के किसी कद्दावर भाजपा नेता ने मध्यस्थता करवा कर गांजा पुलिस वालों के सुपुर्द करवा दिया एवं गांजा तस्कर से खाकी वालो ने लिए लाखों रुपये को तस्करों के सरदार ने लेनदेन की बड़ी रकम वापस करवा दी थी एवं पुलिस का मेहनताना जो कि लाख,डेढ़ रहा होगा। खाकी वालो को दिलवाई गई थी और मामला रफादफा करवा दिया गया था। अभी पूरा समाचार बाकी है । जिसका कभी भी नाम सहित उजागर किया जायेगा। अनसुनी खबरों को देखने के लिए हमारे समाचार देखते रहें।