रायगढ़—– लॉकडाउन में दुकानों को खोलने की सुविधा मिलने के बावजूद धनलोलुप कुछ व्यवसाई तय समय सीमा के बाद भी पुलिस की सरपरस्ती में अपना व्यवसाय धड़कलल्ले से चला रहे है। जैसे कि परसो जी जी हुक्काबार एवं कल अलंकार स्वीट्स,श्याम समोसा पर की गई कार्रवाई ने कोतवाली पुलिस की पेट्रोलिंग पर सवालिया निशान खड़ा कर दिये है। लाकडाउन के दौरान जी जी हुक्काबार पर 2री बार कार्रवाई हुई है और दिलचस्प पहलू यह है कि कोतवाली थाना क्षेत्र में संचालित इस हुक्काबार पर पहली दफे कोतरारोड थाना प्रभारी युवराज तिवारी तो दूसरी बार निगम अमला, राजस्व विभाग ने कार्रवाई कर मामला कोतवाली पुलिस को सौपा गया मगर दोनों ही बार बंदरो को चने खिलाने,गायों को रोटी खिलाने में मस्त लोगो ने महज धारा 188,269,270 कायम कर मौके पर झूमते,नाचते,मदमस्त नाबालिग लड़के,लड़कियों के नाम पते लिखकर छोड़ दिये गये तो बार संचालक को जो कि एक वरिष्ठ भाजपा नेता का पोता बतलाया जाता है। उसे दोनों ही बार थाने से मुचलके पर छोड़ दिया गया। इस अवैध हुक्काबार पर शायद 5 दफे कार्रवाई हुई है परन्तु अगले दिन से ही बार की सील खुलकर फिर से रोशन हो जाना कोई कम आश्चर्य नही है। कांग्रेस शासन काल मे कांग्रेसी के भी मुंह बंद रहना मिलाजुला व्यवसाय हो सकता है।
लाकडाउन में निर्धारित समय सीमा अंतर्गत सुबह 10 से पहले खुलती दुकाने एवं शाम 6 के बाद खुली दुकाने कलेक्टर के आदेश की अवहेलना के दायरे में निश्चित तौर पर आती है। जिनपर कड़ी कार्रवाई होने पर कोई भी नेता अपनी नेतागिरी नही कर सकता परन्तु धन्य है नियम तोड़ने वाले और धन्य है कानून के रखवाले की ढिमरापुर में मुरारी किचन,कोतवाली से 50 कदम की दूरी पर मुरारी होटल,गोपी टाकीज मार्ग पर अलंकार रेस्टोरेंट, ओवरब्रिज के नीचे तुलसी होटल,सांवड़िया परिसर स्थित होटल,आदि प्रतिष्ठान अपने समयानुसार खुलते है और अपने समयानुसार बंद होते है। ये सभी किसके इशारे पर रोशन होते है। इसे प्रत्येक मानुष समझता बुझता है। शाम 6 बजे पुलिस की पेट्रोलिंग वाहन में महज एक आरक्षक एवं वाहन चालक निकल पड़ते है। जबरिया सायरन बजाने एवं डीजल फूंकने के लिए। जिनसे दुकानदारों पर कोई प्रभाव नही पड़ता।