रायगढ़—– अपने रूप रंग,मोहक अदाओं से कमजोर दिल वालो को अपनी ओर आकर्षित करने वाली तीखे नैन नख्श वाली,गोरी चिट्टी,हाईटेक जिंदगी गुजारने वाली,अपनी बातचीत,अदाओं,मुस्कुराहट से चुनिंदा नव धनाढ्यों को शिकार बनाने वाली रूपसी मृदुराय ने शहर में कई शिकार हलाल किये और लाखों ₹ बंटोरे। धनकुबेर चुपचाप इसके शिकार बनते रहे। मगर अति का अंत निश्चित रूप से होता है। उसने इस बार ऐसे सराफा व्यवसाई को निशाना बनाया जिसके पिता व्यवसाय का हिसाब-किताब रखते है। उन्होंने अपने पुत्र पर उधारी की रकम वसूली के लिये दबाव बनाया तो भांडा फूटा की अपने जान – पहचान,रिश्तेदारों, भाईचारे को भी उधार न देने वाले महेश केडिया ने मृदु होकर कुछ पाने की आस में मधुबाला को 5 लाख के जेवर उधार में दे दिये थे। जिसकी वसूली के लिए उसके घर तक पहुंचने का बहाना मिल गया था। मृदु राय है पूरी घाघ जिसने महेश केडिया,सुनील अग्रवाल C A, पूर्व बकरे पर तेजाब से डालने की बात मौखिक रूप से कही ताकि नव धनाढ्यों में दहशत उतपन्न हो जाये परन्तु 75 वर्ष का वृद्ध भला कब किसी से डरेगा। अंततः सराफा व्यवसाई को मन मानकर सिटी कोतवाली में “मधुबाला* के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवानी पड़ी। बंदरो को चना,गायों को रोटी खिलाने वालो के लिए कोविड 19 से अहम यह मामला हो गया। जिसमें रूप,रंग,स्पर्श,सौंदर्य की अभिभूति होती है। वर्ना गौशाला पीछे नाबालिक लड़की की आत्महत्या का मामला नही दबता।
मृदुराय ज्यादा से ज्यादा एक सप्ताह जेल में रहेगी क्योंकि शहर में उसको चाहने वाले युवाओं की कमी नही है।
जेल से निकलकर मधुबाला क्या डंक मारेगी यह अशोचनीय होगा क्योंकि उसको पाने की चाहत में कई धनकुबेर लगे हुए है कि उसकी जमानत हो जाये तो शायद कुछ काम बन जाये।