छत्तीसगढ़ में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 25 हजार के पार पहुंच गया है। प्रदेश में कोरोना में आयी रफ्तार की एक बड़ी वजह बाहर से छत्तीसगढ़ लौटे लोगों को माना जा रहा है। इनमें से कई लोग लॉकडाउन के दौरान प्रदेश में लौटे थे, तो कई लॉकडाउन खत्म होने के बाद ट्रेन व फ्लाइट्स से प्रदेश लौटे। हालांकि प्रदेश में शुरुआती दिनों में मजदूरों के छत्तीसगढ़ में लौटने की रफ्तार देखते हुए क्वारंटीन सेंटर भी बनाये गये थे, जहां 14 दिन क्वारंटीन की व्यवस्था थी। बावजूद सरकार की ये कोशिश भी कोरोना पर लगाम के लिए कारगर साबित नहीं हुई।
विधानसभा में राज्य सरकार की तरफ से दी गयी जानकारी के मुताबिक प्रवासी लोगों को क्वारंटीन करने के लिए जो सेंटर बनाये गये थे, उस पर करीब 100 करोड़ से ज्यादा की राशि अभी तक खर्च की जा चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक प्रदेश में कुल 21597 क्वारंटीन सेंटर बनाये गये हैं। क्वारंटाई सेंटर में अब तक कुल राशि 100 करोड़ 70 लाख 98 हजार 461 रुपये खर्च किये गये हैं। जांजगीर में 17 करोड़ 79 हजार 33 हजार 467 रुपये खर्च किये गये तो वहीं सरगुजा में 15 करोड़ से ज्यादा की राशि खर्च की गयी। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक क्वारंटीन सेंटर में कुल 705499 प्रवासी रूके थे, जिनमें से 668501 14 दिन का क्वारंटीन पीरियड गुजारकर वापस लौट चुके हैं। 7 लाख से ज्यादा प्रवासी में से 33778 मजदूर थे।https://googleads.g.doubleclick.net/pagead/ads?client=ca-pub-5635043944986072&output=html&h=300&slotname=1166879264&adk=155104369&adf=3244315663&w=360&ebfa=1&lmt=1598549281&rafmt=1&psa=1&guci=2.2.0.0.2.2.0.0&format=360×300&url=https%3A%2F%2Fnpg.news%2Fmore-than-100-crores-spent-on-quarantine-centers-yet-corona-spread-in-the-state-state-government-gave-details-of-21597-quarantine-centers-in-the-state-information-of-26-deaths-in-centers-w%2F&flash=0&fwr=1&fwrattr=true&rpe=1&resp_fmts=3&sfro=1&wgl=1&adsid=ChAI8LOd-gUQhY3UkNq_2aIvEkgAdIfKkHUkaiIGocSuztQozFZvvl0pLov2lWa_sv18-jazWKwRm6Ist1nbc262ATGycwXShWaEcq2iFLLGZ5-Q3GMNQqUz0kU&dt=1598549279695&bpp=8&bdt=919&idt=1409&shv=r20200820&cbv=r20190131&ptt=9&saldr=aa&abxe=1&cookie=ID%3D13f363c33a468572%3AT%3D1586698093%3AS%3DALNI_MaLZjn540ZDF1b0n1tEv0y0kHVqRw&prev_fmts=300×250%2C0x0%2C0x0%2C0x0%2C360x300&nras=1&correlator=3868023382992&frm=20&pv=1&ga_vid=2129278728.1586698093&ga_sid=1598549280&ga_hid=1800626665&ga_fc=0&iag=0&icsg=11141161681904&dssz=71&mdo=0&mso=0&u_tz=330&u_his=1&u_java=0&u_h=760&u_w=360&u_ah=760&u_aw=360&u_cd=24&u_nplug=0&u_nmime=0&adx=0&ady=2300&biw=360&bih=662&scr_x=0&scr_y=0&eid=21066125%2C44723322%2C21066357%2C21066819%2C21066973&oid=3&pvsid=1098999780732631&pem=306&rx=0&eae=0&fc=900&brdim=0%2C0%2C0%2C0%2C360%2C0%2C360%2C662%2C360%2C662&vis=1&rsz=%7C%7CoeEbr%7C&abl=CS&pfx=0&fu=8320&bc=31&jar=2020-08-27-14&ifi=5&uci=a!5&btvi=2&fsb=1&xpc=yTezXPVUe5&p=https%3A//npg.news&dtd=1501
क्वारंटीन सेंटर में 26 मौत
छत्तीसगढ़ में प्रवासी मजदूरों के लिए राज्य सरकार ने 21 हजार से ज्यादा क्वारंटीन सेंटर बनाये गये थे। मजदूरों के लिए यहां ठहरने के इतंजाम किये गये थे, लेकिन शुरूआती दिनों में क्वारंटीन सेंटर में आत्महत्या की कई चौकाने वाली खबरें भी आयी। स्वास्थ्य विभाग के दिये गये आंकड़ों के मुताबिक अभी तक क्वारंटीन सेंटर में कुल 26 लोगों की मौत हुई है।